पटना में अचानक ही नीतीश कुमार की पार्टी और बीजेपी के बीच पोस्टर वॉर छिड़ गया है. सड़कों पर एक-दूसरे के खिलाफ जमकर पोस्टरबाजी हो रही है. इसी पोस्टरबाजी के बीच सुशील मोदी विरोधी भी मैदान में कूद पड़े हैं.
एक तरफ प्रशांत किशोर की टीम ने पूरे पटना शहर को नीतीश के पोस्टरों से पाट दिया है, जिसमें नीतीश के चेहरे के साथ मोदी पर कटाक्ष करता पोस्टर है.. 'नहीं चाहिए जुमलों की सरकार, नीतीश कुमार फिर एक बार.'
इसके जवाब में बीजेपी ने पोस्टर निकला है, जिसमें सीधे नीतीश कुमार पर निशाना साधा गया है और चर्चा अपराध, भ्रष्टाचार और अहंकार की है. बीजेपी ने हर चौक-चौराहे पर ये पोस्टर टांग दिया है.
इन सबके बीच एक पोस्टर सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहा है. इस पोस्टर में नरेंद्र मोदी और सुशील मोदी की तुलना की गई है. पोस्टर में नरेंद्र मोदी को विशाल व्यक्तित्व वाला दिखाया गया है और सुशील मोदी को न सिर्फ उनकी तुलना में नीचा दिखाया गया है बल्कि उनका उपहास भी उड़ाया गया है.
पटना में जगह जगह लगे ये पोस्टर अब पोस्टर वॉर में तब्दील हो चुके हैं. बीजेपी नेता कहते है वो पोस्टर वॉर में शामिल नहीं है, क्योंकि जनता उन्हें उनके काम से जानती है.
नीतीश कुमार ने अपने पोस्टरों से नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया, तो बीजेपी ने बिना देर किए नीतीश को निशाने पर ले लिया. प्रशांत किशोर की टीम नीतीश कुमार का चेहरा लेकर पटना की सड़कों पर उतरी, तो विरोधी खेमे में खलबली मच गई.
नीतीश के पोस्टर के जवाब में बीजेपी ने जब मोर्चा खोला तब तक देर हो चुकी थी. बीजेपी को नीतीश के खिलाफ पोस्टर लगाने के लिए नगर निगम की कोई जगह नहीं मिल रही, ऐसे में बीजेपी सड़कों के किनारे ही ये पोस्टर लगा रही है.