प्रीति जिंटा के नरेंद्र मोदी के समर्थन मे दिए बयान से भले ही बीजेपी समर्थक खुश हों, पर इस अभिनेत्री के परिवारवाले नाराज हैं. इस नाराजगी की वजह है उनका कांग्रेस समर्थक होना.
प्रीति के मामा ने यशवंत चाग्टा, हिमाचल अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी के वाइस-प्रेसिडेंट हैं. उन्हें कांग्रेस नेता और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का करीबी माना जाता है.
मोदी के समर्थन में प्रीति का बयान ऐसे वक्त पर आया है जब हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के मतदान होने हैं. प्रीति के बयान से शिमला कांग्रेस के नेता भी खफा हैं क्योंकि इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार वीरेंद्र कश्यप और कांग्रेस कैंडिडेट मोहन लाल बराकता के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है.
प्रीति ने उस वक्त विवाद को जन्म दे दिया जब वाराणसी में उन्होंने कहा कि वह बीजेपी के पीएम उम्मीदवार की फैन हैं और घाटों के इस शहर में यही दुआ करने आईं है कि मोदी चुनाव जीतें.
प्रीति जिंटा ने कहा था, 'मैं मोदी की फैन हूं. उम्मीद करती हूं कि वह जीतेंगे. उन्हें चुनाव प्रचार की जरूरत नहीं है. यहां बस भगवान से आशीर्वाद लेने आई हूं.'
प्रीति ने हाल ही में मोदी के समर्थन में कुछ ट्वीट भी किए थे. प्रीति ने लिखा था, 'यह अद्भुत है, जिस तरह से हर कोई मोदी की चर्चा कर रहा है. लंबे वक्त के बाद किसी एक शख्स के लिए इतनी उत्सुकता देखने को मिल रही है. उम्मीद है कि मोदी लोगों के भरोसे पर खरा उतरेंगे.'
हालांकि, प्रीति की मां नीलप्रभा जिंटा का कहना है कि उनकी बेटी ने मोदी के समर्थन में कोई बयान नहीं दिया था. प्रीति की मां ने कहा, 'मैं अपनी बेटी के साथ बनारस में थी. प्रीति ने मोदी के बारे में कुछ नहीं कहा. उसने सिर्फ वोट डालने की अपील की थी. प्रीति ने कहा था कि हमारा परिवार कांग्रेस से जुड़ा हुआ है पर इस बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.'
विवाद होने के बाद प्रीति ने ट्वीट करके अपने समर्थन पर सफाई भी दी. उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं कभी भी किसी पार्टी के लिए प्रचार नहीं करूंगी. यह मेरा निजी ट्रिप था. मीडिया ने मुझे ढूंढ निकाला और इस तरह के सवाल किए.'