राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 'त्रिशंकु' लोकसभा रहने की स्थिति में अपनाए जाने वाले कदमों को लेकर कानूनी और संवैधानिक विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा किया है. राष्ट्रपति ने पिछले हफ्ते जिन लोगों की राय जानी, उनमें फली नारीमन, सोली सोराबजी और सॉलिसिटर जनरल मोहन परासरन शामिल हैं.
चुनाव नतीजों से कुछ ही दिन पहले हुई इन बैठकों को सरकार गठन की प्रक्रिया से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें राष्ट्रपति की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, खासकर किसी पार्टी या गठबंधन को बहुमत न मिलने की स्थिति में.
अगर किसी गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता है तो राष्ट्रपति की भूमिका सीमित होती है और वह औपचारिक रूप से सबसे बड़ी पार्टी या गठबंधन को सरकार बनाने का न्यौता देते हैं.
लोकसभा की 543 सीटों के लिए वोटों की गिनती शुक्रवार 16 मई को होगी. गिनती पूरी होने के बाद चुनाव आयोग पारंपरिक रूप से चुनावी नतीजे राष्ट्रपति को सौंपता है.
इस बीच राष्ट्रपति भवन शुक्रवार को नतीजे निकलने के बाद मीडिया की संभावित भीड़ को व्यवस्थित करने की तैयारी कर रहा है. संवाददाताओं और कैमरापर्सन के लिए राष्ट्रपति भवन में एक किनारे टेंट लगा दिए गए हैं. नेताओं और पत्रकारों की अतिरिक्त भीड़ को संभालने के लिए राष्ट्रपति भवन में तैयारियां और पूर्वाभ्यास चल रहा है.
शनिवार को राष्ट्रपति निवर्तमान सरकार को रात्रिभोज देंगे, जिसकी तैयारियां भी जोरों पर हैं.