पेशे से पत्रकार रहे मनीष सिसौदिया अरविंद केजरीवाल के दाहिने हाथ कहे जा सकते हैं. वह पटपड़गंज विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. यहां दो युवा नेता, बीजेपी के नकुल भारद्वाज और कांग्रेस के मौजूदा विधायक अनिल चौधरी उन्हें कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं.
सूचना के अधिकार के लिए उन्होंने उपयोगी संघर्ष किया. जनलोकपाल आंदोलन से भी वह शुरुआती दिनों से ही जुड़े हैं. भ्रष्ट मंत्रियों की संपत्ति की जांच के लिए एसआईटी गठित किए जाने की मांग को लेकर उन्होंने 10 दिन का अनशन रखा था. भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करते हुए अन्ना हजारे के साथ उन्हें भी जेल भेजा गया.