महाराष्ट्र में किसकी को मिलेगी जीत और कौन होगा सूबे का अगला मुख्यमंत्री? जनता और राजनेताओं की साथ-साथ सट्टा बाजार की भी नजर विधानसभा चुनाव के नतीजों पर है. सट्टा बाजार की माने तो अगला मुख्यमंत्री बीजेपी से होगा और सबसे पहली पसंद नितिन गडकरी हैं.
दूसरी तरफ, नतीजों से ठीक पहले सीएम पद को लेकर घमासान मचा हुआ है. बीजेपी और शिवसेना ने तो लगभग मान ही लिया है कि उन्हें ही सबसे ज्यादा सीटें मिलेंगी. अंदेशा है कि अगर इनमें से कोई भी पार्टी बहुमत से दूर भी रह जाती है तो सत्ता के लिए दोबारा गठबंधन से कोई परहेज नहीं करेगा. लेकिन सवाल यह कि आखिर मुख्यमंत्री कौन और किस पार्टी से होगा? जहां शिवसेना ने साफ कर दिया है कि अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी का ही होगा तो वहीं बीजेपी में इस पद के कई दावेदार हैं, और मानो उसे लेकर घमासान मचा हुआ है. इस बार की पांचतरफा लड़ाई पर सट्टा बाजार की पैनी नजर है. इसे लेकर अब तक 2500 करोड़ का सट्टा लग चुका है. महाराष्ट्र CM के लिए पंकजा मुंडे की दावेदारी
कौन होगा अगला मुख्यमंत्री...
1. नितिन गडकरी सट्टा बाजार की पहली पसंद हैं और उन पर 70 पैसे का भाव लगा है.
2. नरेंद्र मोदी के पसंदीदा देवेंद्र फडनवीस सटोरियों की दूसरी पसंद हैं. और उन पर 2 रुपये 15 पैसे का भाव लगा है.
3. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भले ही दावा कर रहे हों कि उनकी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी, लेकिन सट्टा बाजार ने 4 रुपये का भाव लगा कर उन्हें तीसरी पसंद बताया है.
4. अपने आप को इस पद के लिए तैयार बताने वाली गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे का भाव 5 रुपये 50 पैसे है.
5. एकनाथ खड़से भी इस रेस में है और उनका भाव 7 रुपये 50 पैसे है. आम आदमी PM बन सकता है, तो मैं CM क्यों नहीं: उद्धव
सट्टा बाजार के मुताबिक विनोद तावड़े इस रेस से बाहर हैं.
हालांकि, नितिन गडकरी ने साफ कर दिया है कि वो मुख्यमंत्री की रेस में नहीं है लेकिन सटोरियों को मालूम है कि राजनीति में कभी भी पूर्ण विराम नहीं लगता. सटोरियों ने इस बात का भी अंदाजा लगाया है कि किस पार्टी को कितनी सीट मिलेंगी. महाराष्ट्र: मतदान का ‘फतवा’ न मानने पर महिला को जलाया
सटोरियों के अनुमान के मुताबिक, बीजेपी को 140, शिवसेना को 65, कांग्रेस को 35, एनसीपी को 32 और एमएनएस को 5 सीटें मिलेंगी. एग्जिट पोल के इशारे भी इसी की इर्द गिर्द घूम रहे हैं. अब सबको इंतजार है मतगणना का.'अब न तो विवाद चाहिए और न ही कटुता'