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गुड़गांव से योगेन्द्र यादव के लोकसभा टिकट पर उठे सवाल

आम आदमी पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. गुड़गांव मारुति उद्योग कामगार यूनियन के महासचिव कुलदीप झांगू ने आरोप लगाए हैं कि योगेन्द्र यादव को 'आप' पार्टी ने अवैध तरीके से गुड़गांव लोकसभा की टिकट दी है.

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योगेंद्र यादव
योगेंद्र यादव

आम आदमी पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. गुड़गांव मारुति उद्योग कामगार यूनियन के महासचिव कुलदीप झांगू ने आरोप लगाए हैं कि योगेन्द्र यादव को 'आप' पार्टी ने अवैध तरीके से गुड़गांव लोकसभा की टिकट दी है.

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कुलदीप झांगू का कहना है कि उन्होंने गुड़गांव से लेकर बावल तक करीब साढ़े तीन लाख मजदूरों का नेतृत्व करते हुए गुड़गांव लोकसभा सीट से अपना नामांकन भरा और पार्टी के नियमों के अनुसार लोकसभा के दायरे में आने वाले नौ विधानसभा में गांव-गांव जाकर लोगों से समर्थन भी लिया. बावजूद इसके पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया.

मारुति उघोग कामगार यूनियन के महासचिव का आरोप है कि जब लोकसभा सीटों के नामांकन के लिए आप पार्टी की मीटिंग हुई तो उन्होंने केजरीवाल के सामने मजदूर वर्ग का नेतृत्व करते हुए कहा था कि मजदूरों को हरियाणा में गुड़गांव और फरीदाबाद लोकसभा और करीब 10 विधानसभा सीटें दी जाएं ताकि मजदूरों की तरफ से भी कोई नुमाइंदा सरकार में आ सके लेकिन मजदूरों के साथ ये धोखा है और अब नहीं लगता कि फरीदाबाद लोकसभा सीट से भी मजदूरों को टिकट मिलेगा.

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कुलदीप का आरोप है कि पार्टी ने 31 जनवरी नामांकन के लिए आखिरी तारीख तय की गई थी लेकिन योगेन्द्र यादव ने अपने नाम के ऐलान के दिन से कुछ दिनों पहले ही अपना नामांकन दाखिल किया जो कि बिल्कुल गलत है.

कुलदीप झांगू ने एक दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल को मेल लिखा है कि पार्टी के इस रुख से लगता है कि आप पार्टी भी बीजेपी और कांग्रेस जैसी हो गई है. आप पार्टी अपनी ही नीतियों में खुद ही घिरती हुई नजर आ रही है. गुड़गांव लोकसभा सीट से मजदूरों के नेतृत्व को टिकट ना मिलने के चलते मजदूरों ने गुड़गांव में 5 मार्च को विशाल रैली का आह्वान किया है जिसमें बड़ा फैसला लिया जा सकता है. हो सकता है कि इस रैली में आप पार्टी के लिए कुछ कड़े फैसले लिए जा सकते हैं. ऐसे में लगता है कि आप पार्टी की राह मुश्किल होने वाली है.

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