सारण संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रही राबड़ी देवी की गाड़ी को पुलिस के द्वारा रोकने ओर तलाशी लेने के मामले ने तूल पकड़ लिया है.
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पत्नी के चुनाव प्रचार से लौटने के दौरान सोनपुर के शिव बच्चन चौक पर पुलिस के द्वारा बिन महिला पुलिस के राबड़ी की गाड़ी और सामान की तलाशी लेने के मामले मे खुद लालू प्रसाद ने मौके पर पहुंच अधिकारियों से बहस किया.
जांच की कीमत प्रशासन को अपना कैमरा तोड़वाकर और लालू द्वारा अपमानित होकर चुकानी पड़ी. शनिवार रात 12 बजे के आसपास राबड़ी की गाड़ियों का काफिला सारण लोकसभा क्षेत्र के सोनपुर से गुजर रहा था. पुलिस गुजरने वाली गाड़ियो की रुटीन जांच कर रही थी, पुलिस ने जब राबड़ी देवी के काफिले को रोक कर जांच की बात कही तो उनके द्वारा विरोध किया गया. थोड़ी देर बाद लालू भी आ गए और वे जांच करने के लिए सर्च वारंट की बात कह कर वहां मौजूद सारे प्रशासनिक अधिकारियों को भला बुरा कहने लगे.
उनके ऐसा करने पर समर्थक भी उग्र हो गए और सड़क जाम कर दिया. इस सारे वाकये की सरकारी तौर पर विडियोग्राफी करने वाले कैमरे को भी तोड़ दिया गया.
एसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया, 'मुझे सूचना मिली कि राबड़ी देवी वोटरो को पैसा बांट रही है. इसकी जांच के लिए अधिकारियों को तैनात किया गया. जांच के लिए जब सोनपुर मे राबड़ी देवी के काफिले को रोका गया तो उनके समर्थको के द्वारा विरोध किया जाने लगा. आरजेडी समर्थकों पर सरकारी काम में बाधा,कैमरा तोड़ने, सड़क जाम करने को लेकर कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए एस डी ओ की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.'