लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और बात की और इस मुलाकात का जरिया बना गूगल हैंगआउट. गूगल हैंगआउट पर लाइव वीडियो के जरिए राहुल गांधी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुए.
राहुल गांधी ने इस दौरान कहा, 'हमें अपने प्रचार में आक्रामक होने की जरूरत है खासकर युवा कार्यकर्ताओं को आक्रामक होना चाहिए. हमें आरटीआई, राइट टू फूड, NREGA जैसी स्कीम के बारे में बात करनी होगी.'
महाराष्ट्र से कार्यकर्ता परिक्षित शाह ने पूछा कि जब कोई कार्यकर्ता कुछ करना चाहता है तो उसके लिए मुश्किलें क्यों खड़ी होती हैं? इस पर राहुल गांधी ने कहा, 'हम लोगों के लिए राइट टू वर्क, NREGA, राइट टू फूड, राइट टू इनफॉरमेशन, राइट टू एजुकेशन वेकर आए. अब मैं चाहता हूं कि पार्टी से जुड़े विधायक, कार्यकर्ता, मेंबर सभी अपने आइडिया दें. पार्टी में हर किसी की आवाज सुनी जाए. मैं ऐसा ही करना चाहता हूं, इससे कांग्रेस पार्टी में बदलाव आएगा.'
मोदी का नाम लिए बिना राहुल गांधी ने कहा, 'विपक्ष में बस एक ही व्यक्ति सब फैसले लेता है. वो एक ही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.' राहुल गांधी ने साथ ही कहा, 'विपक्ष डरा हुआ है. उन्हें लगता है वो पिछला चुनाव आरटीआई की वजह से हार गए थे और इस बार बीजेपी राइट टू फूड से डरी हुई है. हमने सबसे मजबूत प्रोग्राम देश में लॉन्च किए हैं. महज 100 सीटें हासिल करने का तो कोई सवाल ही नहीं है. अगर हम लोगों तक अपने प्रोग्राम को लेकर संदेश सही से पहुंचाएं तो हम 200 से ज्यादा सीटें हासिल कर लेंगे.'