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राहुल ने अंदरूनी चुनाव के जरिये चुने 11 कैंडिडेट, कई जगह से नाराजगी की खबर

कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी लोकतंत्र की तरफ कदम बढ़ाते हुए पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव के जरिये उम्मीदवार चुनने का फैसला किया है. इस प्रक्रिया को अमेरिकी सिस्टम से प्रभावित माना जा रहा है.

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Rahul Gandhi
Rahul Gandhi

कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी लोकतंत्र की तरफ कदम बढ़ाते हुए पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव के जरिये उम्मीदवार चुनने का फैसला किया है. इस प्रक्रिया को अमेरिकी सिस्टम से प्रभावित माना जा रहा है.

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इस प्रक्रिया में लोकसभा सीट के नेता, विधायक, पूर्व विधायक, संगठन के पदाधिकारी, ब्लॉक प्रमुख और कांग्रेस समर्थक सरपंच वोट करते हैं. हर सीट पर अंदाजन 700 से 1400 तक वोटर होते हैं. लेकिन बताया जाता है कि कई पार्टी नेता इस सिस्टम से खुश नहीं हैं.

कहां किसको मिला टिकट
असम के गुवाहाटी में चुनाव के जरिये मानस वोरा को कैंडिडेट चुना गया. कुल 5 उम्मीदवार रेस में थे. इस दौरान पैसे और प्रबंधन को लेकर सवाल भी उठे. सूत्रों की मानें तो सीएम ने भी हाई कमान को बताया था कि उम्मीदवार बेहतर नहीं हैं.

दिलचस्प बात यह रही कि नई दिल्ली से अजय माकन निर्विरोध कैंडिडेट चुन लिए गए. उनके खिलाफ किसी ने पर्चा नहीं भरा, इसलिए चुनाव की नौबत नहीं आई.

नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से जेपी अग्रवाल, राजेश लिलोथिया और जगदीश टाइटलर ने पर्चा भरा था. चर्चा थी कि पार्टी सिख दंगों में आरोपी टाइटलर का पर्चा खारिज कर सकती है. लेकिन सोनिया से मुलाकात के बाद टाइटलर ने खुद ही नामांकन वापस ले लिया. इस सीट पर उम्मीदवारी के लिए 11 मार्च को चुनाव होगा.

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कर्नाटक के नॉर्थ बेंगलुरु में भी चुनाव होंगे. वंशवाद के आरोपों का सामना कर रही कांग्रेस ने वीरप्पा मोइली के बेटे का नामांकन खारिज कर दिया है.

राजस्थान के झुंझुनू में शीशराम ओला के पोते और बहू के अलावा एक विधायक ने भी पर्चा दाखिल किया. पोते का नामांकन खारिज हो गया. शीशराम ओला की बहू चुनाव जीतकर कैंडिडेट बन गईं.

मध्य प्रदेश के इंदौर में सिंधिया के करीबी माने जाने वाले सत्य नारायण पटेल त्रिकोणीय मुकाबला जीतकर टिकट पाने में सफल रहे.

मंदसौर से राहुल की युवा ब्रिगेड की अहम सदस्य मीनाक्षी नटराजन कैंडिडेट चुनी गईं, तो बीकानेर से शंकर पन्नू दो लोगों को पछाड़कर प्रत्याशी बने.

यूपी के संत कबीर नगर से 8 कैंडिडेट के बीच मुकाबला हुआ, जिनमें बाजी रोहित कुमार पांडे के हाथ लगी. वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और 'पैसा चलने' के आरोप लगे.

यूपी के अंबेडकर नगर में अशोक सिंह चुनाव जीतकर प्रत्याशी बने. कई नामांकन खारिज किए गए. वोटर लिस्ट में घपले को लेकर भी बवाल हुआ.

नॉर्थ कोलकाता से वरिष्ठ कांग्रेसी सोमेन मित्रा निर्विरोध प्रत्याशी चुने गए. 16 में से 11 सीटों पर चुनाव हो चुका है. बाकी सीटों पर 15 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा.

सूत्रों की मानें तो...
पहले बनारस में भी प्रत्याशी को लेकर अंदरूनी चुनाव होने थे, लेकिन यहां से मोदी की उम्मीदवारी की चर्चा के बीच बनारस को प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया. उसकी जगह अंबेडकरनगर को इस प्रक्रिया में शामिल किया गया.

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बताया जा रहा है कि गाजियाबाद, लखनऊ और बनारस पर बीजेपी के बड़े कैंडिडेट को लेकर कांग्रेस रुकी हुई है. नोएडा से अमर सिंह के नाम पर गंभीरता से चर्चा हो रही है. उन्हें पार्टी के चुनाव चिह्न पर लड़ाना है या सिर्फ उन्हें समर्थन देना है, इस पर फैसला बाकी है. जया प्रदा को मुरादाबाद से लड़ाने पर सहमति बनने की चर्चा है.

सूत्रों के मुताबिक, इस अंदरूनी चुनाव वाले सिस्टम पर कृष्णा तीरथ और कपिल सिब्बल ने नाराजगी जताई, जिसके बाद उनकी सीटों को इस प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया. उनकी जगह अजय माकन और जेपी अग्रवाल की सीटें इस प्रक्रिया में डाली गईं.

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