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नीतीश ने मतदाताओं को रिझाने की मंशा से गूगल पर विज्ञापन दिए: राजीव प्रताप रूडी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने मंत्रियों को डिजिटल वर्ल्ड से शिक्षित करने का कटाक्ष किए जाने के एक दिन बाद केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने रविवार को आरोप लगाया कि नीतीश ने मतदाताओं को रिझाने की मंशा से गूगल पर विज्ञापन दिए.

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केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी
केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने मंत्रियों को डिजिटल वर्ल्ड से शिक्षित करने का कटाक्ष किए जाने के एक दिन बाद केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने रविवार को आरोप लगाया कि नीतीश ने मतदाताओं को रिझाने की मंशा से गूगल पर विज्ञापन दिए.

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रूडी ने कहा कि नीतीश ने पाकिस्तान के कराची के अखबार डॉन में 20 से 31 अक्टूबर के बीच गूगल पर एड दिए. जिसके पीछे बिहार विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को रिझाने की मंशा थी. रविवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए रूडी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार की जनसंपर्क एजेंसी और मीडिया प्रबंधक के जरिए पाकिस्तान में कराची से प्रकाशित डॉन अखबार में विज्ञापन छपवाकर नीतीश ने बिहार की जनता से एक बड़ा छलावा किया है. पूरी तरह से स्पष्ट है कि अल्पसंख्यकों के मतों को रिझाने के लिए वे किसी स्तर तक गिर सकते हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि गूगल के वेबसाइट पर जाकर कोई भी साधारण आदमी जो इंटरनेट का ज्ञान रखता है. दावे के साथ कह सकता है कि नीतीश कुमार ने करोड़ों रुपये खर्च करके 20 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक 24 घंटे विज्ञापन दिए. रूडी ने कहा कि उन तीन विज्ञापन में छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड और 04 लाख का सब्सिडाइज्ड ऋण, विकसित बिहार के लिए नीतीश का निश्चय विकास की गारंटी और झांसे में न आयेंगे नीतीश को जिताएंगें शामिल थे.

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उन्होंने आरोप लगाया कि गत 31 अक्टूबर की शाम 5 बजे जब इस विषय का एक ट्वीट भेजा गया तो ठीक उसके एक घंटे के भीतर 15 दिनों से प्रकाशित किए जा रहे उक्त विज्ञापन अफरा-तफरी में ब्लॉक कर दिए गए. रूडी ने नीतीश पर हार के डर से इस स्तर पर उतर जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.

-इनपुट भाषा

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