आम आदमी पार्टी के सदस्य और पूर्वी दिल्ली से लोकसभा उम्मीदवार राजमोहन गांधी ने नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार में खर्च की जा रही राशि पर सवाल खड़ा कर दिया है. गांधी के पौत्र ने इंडिया टुडे ग्रुप से अपनी खास बातचीत में कहा कि नरेंद्र मोदी को देश को यह बताना चाहिए कि उनके चुनाव प्रचार में जो पैसा खर्च किया जा रहा है, जो करोड़ों रुपये के इश्तेहार दिए जा रहे हैं उसके लिए पैसा कहां से आया?
राजमोहन गांधी ने नरेंद्र मोदी के साथ ही उनके खास माने जाने वाले अमित शाह पर भी तीखी टिप्पणी की है. गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग ने भले ही शाह को चुनाव प्रचार करने की अनुमति दे दी हो, लेकिन अगर कोई इंसान झगड़ा करवा रहा है तो इसके लिए सभी को दुख होना चाहिए.
'गरीबों पर खर्च होता तो अच्छा होता'
बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद मोदी के संबंध में सवाल पूछ जाने पर 'आप' नेता ने कहा, 'नरेंद्र मोदी जी के लिए सबसे बड़ा सवाल यह है कि आप इतना पैसा चुनाव प्रचार में खर्च कर रहे हैं, यह किसने दिया या यह कहां से आया? हजारों-करोडों के इश्तेहार दिए जा रहे हैं, वह पैसा कहां से आ रहा है? ये पैसा गरीबों के लिए खर्च होता तो अच्छा होता.'
राजमोहन गांधी ने नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल पर कहा कि कुछ क्षेत्रों में विकास हुआ है, लेकिन बहुत से क्षेत्रों में अभी भी विकास नहीं हुआ है और यह दुख की बात है.
'मोदी साम्प्रदायिक हैं या नहीं यह उमा से पूछिए'
बातचीत के दौरान जब राजमोहन गांधी से पूछा गया कि क्या नरेंद्र मोदी की छवि साम्प्रदायिक है तो गांधी ने कहा कि छोड़िए मेरे पास वक्त नहीं है. लेकिन फिर उन्होंने कहा, 'अब यह उमा भारती से पूछिए. उमा भारती ने कहा था कि नरेंद्र मोदी देश के लिए विनाशकारी हैं.
केजरीवाल के विरोध की निंदा की जानी चाहिए
वाराणसी में अरविंद केजरीवाल के विरोध संबंधी सवाल पर राजमोहन गांधी ने कहा, 'भारत के हर नागरिक का अधिकार है कि वह चुनाव में खड़ा हो. केजरीवाल ने बढ़िया काम किया है. अगर वह वाराणसी से चुनाव लड़ते हैं और इस प्रकार के जो आक्रमण हो रहे हैं उसकी निंदा की जानी चाहिए. नरेंद्र मोदी को खुद बीजेपी की ओर से इस तरह के आक्रमण की निंदा करनी चाहिए.