रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. पार्टी ने केंद्र से मांग की है कि निष्पक्षता के साथ आगामी विधानसभा चुनाव कराने के लिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए.
एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने बिहार सरकार पर शनिवार को 36 आईएएस और 41 आईपीएस का तबादला राज्य में संभवत: सितंबर-अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ हासिल करने के उद्देश्य से किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में निष्पक्ष तरीके से उक्त चुनाव संपन्न कराने के लिए उनकी पार्टी राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग करती है.
पासवान के कहा कि राज्य सरकार द्वारा किए गए इन तबादलों को लेकर उनकी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग से मिलेगा और गृह मंत्री से मिलकर मांग करेगा कि बिहार में यहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाना आवश्यक है. प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है और निष्पक्ष चुनाव को रोकने के लिए यह सारी कार्रवाई हो रही है.
दिल्ली से पटना पहुंचे पासवान ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि बिहार में विकास कार्य के ठप्प पड़ने तथा इस प्रदेश की दुर्गति का सबसे बड़ा कारण राज्य सरकार द्वारा उनकी प्रतिभा का सही इस्तेमाल करने के बजाय मुख्यमंत्री के प्रति निष्ठा को देखा जाना है. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में बिहार में तीन-तीन मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं जिनमें एक नीतीश कुमार, एक आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद और तीसरी कांग्रेस की एक मुख्यमंत्री हैं. तीनों के अपने-अपने स्वार्थ सिद्धि को ध्यान में रखकर राज्य में ये तबादले किए गए हैं.