डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक पहली बार 1991 में उत्तर प्रदेश के कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र से जीतकर आए. इसके बाद 1993 और 1996 में भी इसी विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की.
1997 में उत्तर प्रदेश राज्य सरकार में यह पहली बार मंत्री बने. 2002 में हुए उत्तरांचल विधानसभा चुनाव में पोखरियाल को हार का मुंह देखना पड़ा लेकिन 2007 के विधानसभा चुनाव में इन्हें जीत हासिल हुई.
27 जून 2009 को पोखरियाल ने राज्य के पांचवे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली लेकिन भ्रष्टाचार के आरोप लगने के कारण पोखरियाल के नेतृत्व वाली सरकार को बीजेपी आलाकमान ने बर्खास्त कर दिया और बीसी खंडूरी को राज्य की कमान सौंपी.