यूपी की रामपुर लोकसभा सीट सपा के कद्दावर नेता आजम खान के गढ़ के रूप में जानी जाती रही है. यहां से बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद घनश्याम लोधी को उम्मीदवार बनाया था. इसके जवाब में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने जामा मस्जिद के इमाम मोहिबुल्ला नदवी को मैदान में उतारा. जबकि, बसपा ने जीशान खान पर दांव खेलकर चुनाव को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की थी. हालांकि, आखिर में जीत सपा प्रत्याशी के हाथ लगी.
रामपुर का रिजल्ट
रामपुर लोकसभा सीट से सपा नेता मोहिबुल्लाह नदवी ने बड़ी जीत दर्ज की है. इस बार उन्हें 481503 वोट मिले. वहीं, उनके निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के घनश्याम सिंह लोधी को 394069 मत प्राप्त हुए. इस तरह नदवी ने 87434 वोटों से विजय हासिल की. तीसरे नंबर पर बसपा के जीशान खान रहे, जिन्हें 79692 वोट हासिल हुए.
रामपुर का इतिहास
1999 में कांग्रेस से बेगम नूरबानो रामपुर की सांसद चुनी गईं. इसके बाद 2004 व 2009 में सपा से जयाप्रदा जीतीं. फिर मोदी लहर में 2014 में भाजपा से डॉ. नैपाल सिंह ने बाजी मारी. जबकि, 2019 में पहली बार आजम खां सांसद चुने गए. हालांकि, आजम के इस्तीफा देने के बाद 2022 में हुए उपचुनाव में बीजेपी के घनश्याम लोधी ने जीत दर्ज की.
2019 के चुनाव में आजम खान ने बीजेपी की जया प्रदा को 1.10 लाख वोटों के अंतर से हराया था. हालांकि, 2019 के बाद रामपुर में हुए दो उपचुनावों में लोगों का रुझान बीजेपी की ओर झुकता हुआ नजर आया. जब आजम को सजा सुनाई गई तो 2022 के उपचुनाव में बीजेपी के घनश्याम लोधी ने जीत हासिल की. इसी तरह दिसंबर 2022 विधानसभा चुनावों में बीजेपी के आकाश सक्सेना ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अजीम राजा को 33,000 वोटों से हरा दिया.
10 बार विधायक रह चुके हैं आजम
आजम खान बता दें कि आजम खान रामपुर से 10 बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं. पिछले चार दशकों से आजम खान का गढ़ रहे रामपुर में 2019 के बाद बीजेपी ने काफी तेज से अपनी पकड़ मजबूत की है. लेकिन इस बार आजम खान जेल बंद होने के कारण 2024 के चुनाव के मैदान से दूर हैं.