बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA में सीटों का बंटवारा हो गया है. चारों घटक दलों में आम सहमति बन गई है. बीजेपी ने अपने लिए 160 सीटें रखी हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को 20 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है. LJP 40 और RLSP 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जानिए NDA ने किन बातों को ध्यान में रखकर सीटों का यह बंटवारा किया है.
1. बीजेपी ने पिछली बार 102 सीटों में से 91 जीती थीं. वहीं, लोकसभा चुनाव में भी 30 में 22 सीटों पर कब्जा किया था. अबकी बार मुख्य घटक दल है, इसलिए अपने लिए सबसे ज्यादा सीटें रखी.
2. पिछली बार NDA में सिर्फ BJP और JDU थी. पर अबकी बार चार पार्टियां हैं. LJP पिछली बार 75 सीटों पर चुनाव लड़कर सिर्फ 3 सीटें ही जीत पाई थी. इसलिए उसे 40 पर संतोष करना पड़ा.
3. सबसे ज्यादा चर्चा मांझी की HAM को 20 सीटें देने की है. मांझी के जरिये बीजेपी नीतीश कुमार के दलितों के वोटबैंक में सेंध लगाएगी, जो बिहार में करीब छह फीसदी है.
4. उपेंद्र कुशवाहा की RLSP लोकसभा में NDA के साथ तीन सीटों पर लड़ी और तीनों जीती. कुशवाहा कोइरी समुदाय से हैं, जो बिहार में करीब 4 फीसदी है और नीतीश का समर्थक रहा है.
5. आम चुनाव में JDU, RJD, कांग्रेस और NCP का संयुक्त वोट शेयर 46 फीसदी था. जबकि BJP, LJP और RLSP का वोट शेयर 39 फीसदी. महागठबंधन से सात फीसदी कम.
यानी NDA की रणनीति उस 7 फीसदी वोट शेयर में सेंधमारी की है.