बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने यूपीए सरकार पर करारा प्रहार किया है. मोदी ने इसे 'लुटेरों की सरकार' करार देते हुए उत्तराखंड की जनता से कहा कि अगर वे विदेशी बैंकों में जमा देश के धन को वापस लाना चाहते हैं, तो उन्हें ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना होगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पौड़ी लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के प्रत्याशी भुवन चंद्र खंडूरी के पक्ष में एक जनसभा में मोदी ने कहा, ‘अगर आप विदेशी बैंकों में जमा किए गए देश के लुटे धन को वापस लाना चाहते हैं, तो पहले आपको नई दिल्ली में ‘लुटेरों की सरकार’ को उ़खाड़ फेंकना होगा.’
नेहरू-गांधी परिवार पर तीखा प्रहार करते हुए मोदी ने कहा, ‘केंद्र की मां-बेटे की सरकार गरीब की पीड़ा नहीं समझ सकती, क्योंकि वे सोने की चम्मच मुंह में लेकर अमीरी में पैदा हुए हैं और उन्हें गरीबी के दर्द से नहीं जूझना पड़ा.’
खुद को रेल के एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में घूम-घूमकर लोगों को चाय बेचने वाला एक साधारण सा व्यक्ति बताते हुए उन्होंने कहा कि इस बार चुनावी लड़ाई एक तरफ मां-बेटे और दूसरी तरफ एक चाय वाले के बीच है. मोदी ने कहा कि अब जनता को इन दोनों में से एक को चुनना है. उन्होंने कहा, ‘एक तरफ नामदार हैं और दूसरी तरफ कामदार.’
मोदी ने कहा कि देश ने 60 साल शासकों को दिए, लेकिन अब केवल 60 महीने एक सेवक और चौकीदार को देने का वक्त आ गया है. उन्होंने कहा, ‘मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं ऐसा चौकीदार हूं, जो देश की तिजोरी में किसी को हाथ नहीं लगाने देगा.’
मोदी ने कहा कि उत्तराखंड की जनता से उनका खास लगाव है, क्योंकि कई साल पहले वह यहां पार्टी मामलों के प्रभारी रह चुके हैं. हालांकि उन्होंने इस बात पर दुख प्रकट किया कि राज्य सरकार ने पिछले साल जून में आई प्राकृतिक आपदा के समय उन्हें लोगों के लिए कुछ करने की इजाजत नहीं दी.
उन्होंने कहा, ‘जब मैंने त्रासदी के बारे में सुना तो बेचैन हो गया. आपदा से पीड़ित लोगों के लिए मैं कुछ करना चाहता था और इसके लिये मैं दौड़कर यहां आया. लेकिन राजनीति के चलते मुझे यहां कुछ करने नहीं दिया गया. मुझे इसका हमेशा दुख रहेगा.’
प्रदेश की कांग्रेस सरकार को त्रासदी के समय विफलता का सबसे खराब उदाहरण बताते हुए मोदी ने कहा कि केंद्र की सरकार को भी इस नाकामी की जिम्मेदारी लेनी होगी. उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वायदे के बावजूद कांग्रेस ने अपने दस साल के कार्यकाल में केवल एक करोड़ युवाओं को ही रोजगार दिया, जबकि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने केवल छह साल के कार्यकाल में 6.5 करोड़ लोगों को रोजगार दिया.
उन्होंने उत्तराखंड की जनता से 7 मई को होने वाले मतदान में प्रदेश की पांचों सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों को विजयी बनाने की अपील की.