आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद ने फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. आज तक पर 'सीधी बात' में लालू ने कहा कि बीजेपी संघ का एजेंडा लागू करना चाहती है. कभी दंगे की बात करती है, कभी गोमाता की.
लालू प्रसाद से पूछा गया था कि वह आरक्षण पर लोगों को गुमराह क्यों कर रहे हैं कि पीएम आरक्षण खत्म करना चाहते हैं. लालू ने जवाब में एक किताब दिखाई 'बंच ऑफ थॉट्स'. उन्होंने कहा, 'ये उनके गुरु गोलवलकर ने लिखी थी. ये इनके कहे हुए शब्दों को ही लागू करना चाहते हैं. किताब में लिखा है कि जातीय आधार पर आरक्षण ऊंची जातियों के लिए दुखदायी है. जरूरत पड़ी तो मैं इस किताब को जला दूंगा.'
बीजेपी ने ही छेड़ा जाति का मुद्दा
लालू ने कहा कि जाति का मुद्दा बीजेपी और संघ ने ही छेड़ा है. बीजेपी की दलित विरोधी मन की बात सामने आई है. मोदी खुद कहते हैं कि मैं चायवाला पिछड़ी जाति का पीएम हूं. आरजेडी का मूल सिद्धांत तो दलितों को मुख्यधारा से जोड़ना है.
अमित शाह को जानकारी नहीं
लालू ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को भी घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि अमित शाह को भारतीय राजनीति की जानकारी नहीं है. वह कहते हैं कि हमने पिछड़ी जाति का पीएम दिया, तो बताएं कि देवगौड़ा कौन थे?
और इससे साफ मुकर गए लालू...
लालू से जब पूछा गया कि उनके मुख्यमंत्री रहते बिहार की छवि बहुत खराब हो गई थी, तो उन्होंने कहा, 'ये गलत है. ये सब झूठा प्रचार किया गया है और झूठा प्रचार करने वाले बिहार के दुश्मन हैं. बीजेपी ने क्रिमिनल लोगों को टिकट दिया है.'
सरकार बनी तो सलाह दूंगा
यह पूछे जाने पर कि यदि आरजेडी और जेडीयू की सरकार बनी, तो लालू की क्या भूमिका होगी, लालू ने कहा, 'मैं सलाह दे सकता हूं, लेकिन अंतिम फैसला मुख्यमंत्री ही करेंगे.'
अपने बेटों के लिए कोई मांग नहीं
लालू से जब पूछा गया कि जीत की स्थिति में क्या अपने बेटों में से किसी एक के लिए आरजेडी डिप्टी सीएम पद की मांग रखेगी, लालू बोले मैं अपने बेटों के लिए कोई पद नहीं चाहता हूं. उन्हें जो करना है, खुद से करें.