बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आरजेडी-जेडीयू के बीच सीटों का बंटवारा बराबर हुआ. दोनों दलों ने 100-100 सीटों पर चुनावी दंगल में उतरने की घोषणा की. लेकिन अब खबर है कि दोनों ही दलों के कई नेता इस बंटवारे को लेकर खुश नहीं हैं.
आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने रविवार को नीतीश कुमार पर सीट बंटवारे में उनकी पार्टी को 'ठगने' का आरोप लगाया. उन्होंने लालू यादव की मौजूदगी में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नीतीश हैं तो ज्यादा सीटें आरजेडी को मिलनी चाहिए थीं.
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान भी आरजेडी को ज्यादा अहमियत नहीं दी जा रही है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी उनकी बात का समर्थन किया. रघुवंश प्रसाद ने तंज कसते हुए कहा, 'जेडीयू ने हमें 10 का नोट देकर 100 का वापस लिया.' उन्होंने आगे कहा, 'बीजेपी के हमलों का जवाब गठबंधन की ओर से नहीं दिया जा रहा. बीजेपी की होर्डिंग्स का जवाब भी दोनों पार्टियां अलग-थलग होकर दे रही हैं. नरेंद्र मोदी भागलपुर में रैली करने से डर गए हैं इसलिए उन्होंने रैली की तारीख एक सितंबर कर दी है.'
बंटवारे से सपा भी नाराज
टिकट बंटवारे को लेकर न सिर्फ आरजेडी बल्कि समाजवादी पार्टी भी नाराज नजर आ रही है. बिहार में एसपी कार्यकर्ताओं ने आरजेडी और जेडीयू के ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया, वहीं समाजवादी पार्टी के नेता दो दिन से धरने पर हैं.
लालू-नीतीश और कांग्रेस की मीटिंग शुरू
दूसरी ओर, पटना में रविवार को नीतीश के सरकारी आवास 7 सर्कुलर रोड पर आरजेडी-जेडीयू और कांग्रेस के नेताओं ने सभी अपने जिलाध्यक्षों की मीटिंग बुलाई. इस मीटिंग में नेताओं ने जमीनी स्टार पर एकता बनाने पर जोर दिया. साथ ही हर जिले में सभी दलों की एक कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने का ऐलान किया. बैठक में 30 अगस्त की रैली को सफल बनाने पर जोर दिया गया.
बैठक से निकलने के बाद लालू ने कहा कि उन्होंने तो बस नीतीश की दावत उड़ाई. लालू ने कहा, 'हम आपसी तालमेल से अभियान चलाएंगे. स्वाभिमान रैली को सफल बनाने पर चर्चा हुई है. हमने नीतीश की दावत का मजा उठाया.'
सहयोगी दलों से नाराजगी के मुद्दे पर लालू ने कहा कि एनसीपी से कोई नाराजगी नहीं है. सपा का भी कोई मुद्दा नहीं है. जबकि रघुवंश प्रसाद के बोल को उन्होंने पार्टी के अंदर का मामला बताया.