कांग्रेस ने मंगलवार को चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाकर आरएसएस, बाबा रामदेव और श्री श्री रविशंकर जैसे लोगों एवं उनके संगठनों की सभी गतिविधियों पर निगरानी रखने की मांग की. पार्टी ने दावा किया कि वे ‘राजनीतिक दल के रूप में पंजीकरण कराए बगैर राजनीतिक गतिविधियों में संलिप्त हैं.’
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के कानून विभाग के सचिव के. सी. मित्तल ने चुनाव आयोग से शिकायत की, ‘वर्तमान लोकसभा चुनावों में भाजपा के अलावा आरएसएस, रामदेव और श्री श्री रविशंकर जैसे लोग एवं उनके संगठन राजनीतिक गतिविधियां चला रहे हैं जबकि वे राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत नहीं हैं.’ उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों, संगठनों, समूहों की गतिविधियों की निगरानी होनी चाहिए, वीडियोग्राफी होनी चाहिए और हर संसदीय क्षेत्र में उनकी जांच होनी चाहिए.
मित्तल ने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव के मामले में दिल्ली चुनाव आयोग ने अधिकारियों से अनुमति लिए बगैर योग शिविरों का राजनीतिक गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करने को लेकर पहले ही नोटिस जारी किया था. उन्होंने कहा कि इसके अंतिम परिणाम की जानकारी नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘उनका प्राथमिक काम केवल योग शिविर लगाना है और आयुर्वेदिक दवाएं बनाना और बेचना है. इसी तरह आरएसएस दावा करता है कि वह सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन है जबकि श्री श्री रविशंकर ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ केंद्रों का संचालन कर रहे हैं.’ मित्तल ने आरोप लगाए कि भाजपा उम्मीदवारों के लिए ये संगठन अवैध रूप से ऐसे प्रचार कर ‘काफी धन’ खर्च कर रहे हैं.