बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी का विजय रथ तैयार है. यूपी में मुस्लिमों की 'परंपरागत सोच' बाधा न बने इसलिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच मांझी की भूमिका में है. मोदी पीएम बने तो मुस्लिमों का कैसे भला होगा, इसकी स्क्रिप्ट तैयार है.
मुसलमानों को मोदी का भय दिखाकर वोट बैंक डायवर्ट करने की विरोधी चालों को भोथरा करने के लिए आरएसएस ने खास रणनीति बनाई है. गुजरात में मुस्लिमों के विकास और खुशहाली की तस्वीर दिखाकर इस समुदाय को लुभाया जाएगा. नौ मार्च को लखनऊ में संघ और बीजेपी नेताओं ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच और अल्पसंख्यक मोर्चा के नेताओं के साथ यह रोडमैप तैयार किया.
मोदी विजन में मुस्लिमों की शिक्षा, रोजगार, सुरक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष फोकस रहेगा. गरीब मुस्लिम महिलाओं के लिए एक लाख रुपये का बीमा और स्वरोजगार का जिक्र होगा. मुस्लिम बस्तियों में साफ-सफाई, पेयजल सहित अन्य बुनियादी व्यवस्था का वादा होगा. बच्चों के लिए कंप्यूटर शिक्षा सहित नए स्कूल, नए स्वास्थ्य केंद्र, बेरोजगारी दूर करने को लघु, कुटीर और पैतृक धंधों को पुनर्जीवन के भी मंत्र फूंके जाएंगे.
मुस्लिम घरों के द्वार खटखटाने वाली टीम होली से पहले ही तैयार हो जाएगी. हर दस्तक के साथ मोदी को दिल्ली पहुंचाने की सीढ़ी बनाने की कोशिश होगी.