राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद के साले साधु यादव अब बहन राबड़ी देवी के खिलाफ सारण से चुनाव नहीं लड़ेंगे. साधु ने शुक्रवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि वे अब महाराजगंज संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे.
पटना में इसकी घोषणा करते हुए बहन राबड़ी देवी को लाभ देने की बात को नकारते हुए उन्होंने कहा कि महाराजगंज के लोगों का चुनाव लड़ने के लिए उन पर लगातार दबाव पड़ रहा है, इस कारण उन्होंने अब महाराजगंज से चुनाव लड़ने का निर्णय किया है.
साधु ने पहले सारण से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, जहां से आरजेडी की प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी हैं. इस घोषणा के बाद भाई-बहनों के बीच जुबानी जंग भी शुरू हुआ था. राबड़ी ने साधु को मनाने की बात से भी इनकार किया था.
गौरतलब है कि महाराजगंज से आरजेडी के टिकट पर प्रभुनाथ सिंह मैदान में उतरे हैं. सूत्रों का कहना है कि साधु बीजेपी से टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे, जिसके लिए उन्होंने मोदी का गुणगान भी किया था. साधु की छवि बिहार में लालू-राबड़ी के शासनकाल में एक दबंग नेता की रही है. साल 2009 में आरजेडी से टिकट नहीं मिलने के कारण साधु कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे, परंतु वे जीत नहीं सके थे. इसके बाद वे कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में आने की जुगत भिड़ा रहे थे.