गांधी जी का सपना था कि कांग्रेस को खत्म किया जाना चाहिए. मालूम होता है यह सपना अब जल्द ही सच होने वाला है. कांग्रेस के छाते के नीचे दिल्ली में मुख्यमंत्री
बनने का सपना अजय माकन ने देखा था.
माकन का चेहरा अब लाल हो गया है. वेलेंटाइन्स डे की वजह से नहीं, हार की शर्म की वजह से. अजय माकन हारने पर अब
आईपैड खरीदकर कुछ गाने मोबाइल वाले की दुकान से भरवाने की सोच रहे हैं. आप भी गांधी जी के सपने के सच होने की ओर उठते कांग्रेस के कदम के इस पावन
मौके पर सुनिए उन गानों को जो माकन के लिए करेंगे मरहम का काम.
1. दर्द में भी ये लब मुस्करा जाते हैं
2. ऐ गणपत चल दारू
ला
3. तूने जो न कहा वो मैं सुनता रहा
4.
सौ दर्द हैं, 100 रास्ते, सब मिला दिल नशी, बस एक तू ही नहीं(सत्ता)
5. पहले तो कभी कभी गम था
(यह महज एक व्यंग्य है. इसका हकीकत से कोई लेना देना नहीं है)