वाराणसी में वोटिंग से एक दिन पहले सेक्टर मजिस्ट्रेट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) अपने घर लेकर चले गए थे. उनके बेटे ने इस मशीन की तस्वीर खींच कर फेसबुक पर पोस्ट कर दी. आम आदमी पार्टी के समर्थक ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत कर दी. वहां से मामले की जांच के निर्देश मिलने के बाद जिला प्रशासन ने सेक्टर मजिस्ट्रेट व उनके बेटे के खिलाफ कैंट थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
हालांकि यह मशीन मतदान में इस्तेमाल नहीं की गई थी अन्यथा नरेंद्र मोदी के क्षेत्र का पूरा चुनाव संदेह के दायरे में आ जाता. वाराणसी संसदीय सीट पर मतदान से एक दिन पहले 11 मई को सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को अतिरिक्त इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनें दी गई थीं. किसी बूथ पर मशीन खराब होने पर उन्हें तत्काल इन मशीनों से बदलने के लिए कहा गया था ताकि वोटिंग में व्यवधान न हो.
वाराणसी के कैंट विधानसभा क्षेत्र में सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के मंडलीय लेखा अधिकारी अवधेश कुमार श्रीवास्तव ड्यूटी क्षेत्र में रवानगी के दौरान मशीनें लेकर रात में अपने घर चले गए. यहां उनके पुत्र गौरव ने मशीन की तस्वीर खींची और उसे फेसबुक वाल पर पोस्ट कर दिया. तस्वीर के ऊपर 'अबकी बार मोदी सरकार' भी लिख दिया था. इसकी जानकारी मिलने पर आप के किसी समर्थक ने ई-मेल के जरिए चुनाव आयोग से शिकायत कर दी.
आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी को मामले की जांच का निर्देश दिया है. उप जिला निर्वाचन अधिकारी एके अवस्थी ने बताया कि चुनाव आयोग ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है. बताया कि सेक्टर मजिस्ट्रेट ने ईवीएम घर ले जाने की बात स्वीकारी है. इसकी रिपोर्ट कैंट थाने में दर्ज कराई गई है. इंस्पेक्टर कैंट विपिन राय ने बताया कि अवधेश श्रीवास्तव व गौरव के खिलाफ जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. जिस ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप है, उसका इस्तेमाल वोटिंग में नहीं हुआ. ईवीएम की जांच के लिए एक्सपर्ट टीम को बुलाया गया है.