दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने 7 अप्रैल से शुरू हो रहे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है. हालांकि, पश्चिम बंगाल में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है.
शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, 'हमारी चर्चा सोनिया गांधी से हुई है. हमने तय किया है कि लोकसभा चुनाव में हम कांग्रेस का समर्थन करेंगे. हमें धर्मनिरपेक्ष शक्तियों की ताकत बढ़ानी है.' उन्होंने कहा कि आज की तारीख में सांप्रदायिकता भ्रष्टाचार से बड़ी समस्या है. इसलिए धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एक साथ आना होगा.
गौरतलब है कि शाही इमाम ने पिछले हफ्ते ही कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की थी जिस दौरान उन्होंने कांग्रेस को समर्थन देने के संकेत दिए थे. उनकी इस मुलाकात पर बीजेपी ने कड़ा विरोध जताया था. इस बाबत पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई जिसमें सोनिया गांधी पर धर्म के आधार पर वोट मांगने का आरोप लगाया गया है. सोनिया गांधी पर आरोप है कि उन्होंने कई बार शाही इमाम व उनका समर्थन करने वाले अन्य मुस्लिम नेताओं से मांग की है कि देश में अल्पसंख्यक वोट न बंटे. बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक रैली में सांप्रदायिक राजनीति को लेकर सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा था.
इसके अलावा, अहमद बुखारी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी पर भी जमकर बरसे. उन्होंने दोनों पार्टियों पर मुस्लिमों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया. मुजफ्फरनगर दंगों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'सपा इन दंगों के दौरान मुस्लिमों को सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रही.'