पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देव तीर्थ महाराज ने कहा है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री बनने के लालच में अपनी पार्टी का विनाश कर देंगे. राजनाथ पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा, 'ये मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बनने देंगे.'
आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि राजनाथ की तरफ से अभी से प्रधानमंत्री बनने के लिए लॉबिंग का काम भी शुरू हो चुका है. जिस व्यक्ति ने उप्र में बीजेपी की पूरी इकाई को तहस-नहस कर दिया वह आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री बनने के लालच में पूरी पार्टी का भी विनाश कर देगा.
अधोक्षजानंद ने कहा, 'मैं लखनऊ की जनता से अपील करना चाहता हूं कि राजनाथ जैसे लोग समाज को गुमराह कर रहे हैं. एक भगोड़े की बजाय जनता एक सशक्त और जमीन पर रहकर कार्य करने वाले नेता को अपना प्रतिनिधि चुने.'
यह पूछे जाने पर कि क्या राजनाथ को मुसलमानों का साथ मिलेगा, उन्होंने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी जैसे लोग पाकिस्तान जाकर जिन्ना की मजार पर चादर चढ़ा सकते हैं तो राजनाथ अपने निजी फायदे के लिए मुसलमानों की दर पर घुटने टेक सकते हैं. इन्होंने हमेशा से ही बांटने वाली राजनीति की है.
स्वामी ने कहा, 'राजनाथ के प्रधानमंत्री बनने का सपना कभी पूरा नहीं होगा. ये समाज को गुमराह करने वाले लोग हैं, इनके लिए विकास का कोई मायने नहीं है.'
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस), नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह पर एक साथ हमला बोलते हुए अधोक्षजानंद ने कहा, 'राजनाथ और मोदी के प्रधानमंत्री बनने का मंसूबा कभी पूरा नहीं होगा और यदि संघ इन जैसे सांप्रदायिक लोगों का साथ दे रहा है तो वह भी सबसे बड़ा देशद्रोही है.'
स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि पूरे देश में जिस तरह की हवा बनाने का प्रयास किया जा रहा है, वास्तव में वैसा कुछ नहीं है. बीजेपी की केंद्र में सरकार नहीं बनेगी. हिंदुओं को गुमराह करने वालों को भगवान कभी माफ नहीं करेगा.
अधोक्षजानंद ने कहा, 'पूरे देश में किसी की लहर नहीं है. मोदी और राजनाथ मुगालते में हैं. चुनाव के बाद इनकी औकात पता लग जाएगी. ये दोनों प्रधानमंत्री बनने के लिए आपस में ही लड़कर खत्म हो जाएंगे.'
उन्होंने कहा, 'बीजेपी की विचारधारा हमेशा से अलगाववादी रही है. ये लोग हिंदुओं और मुसलमानों को लड़ाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकते रहे हैं.'
जगतगुरु ने कहा कि विकास के नाम पर इनका दावा खोखला है. इन लोगों ने एक बार राम मंदिर का मुद्दा उछालकर सरकार बनाई थी, लेकिन जब सरकार बन गई तब इन्होंने करोड़ों हिंदुओं को गुमराह किया. बाद में इन्होंने धारा 370 और राम मंदिर जैसे मुद्दे को स्वार्थवश त्याग दिया.
शंकराचार्य ने मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'जो व्यक्ति अपनी पत्नी के प्रति 'सात फेरों' वाला वचन नहीं निभा पाया, उसे देश की जनता को वचन देने का कोई अधिकार नहीं है. ये लोग निजी स्वार्थ के लिए जनता को सिर्फ गुमराह कर रहे हैं.'