एनसीपी प्रमुख शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल के बाद अब पार्टी की प्रमुख नेता और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी गुजरात दंगों के आरोपों के मामले में नरेंद्र मोदी का पक्ष लिया है. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में बड़ा बयान देते हुए सुले ने कहा कि जब तक कोर्ट में साबित नहीं होता, तब तक मोदी को दोषी मानना ठीक नहीं है.
इंडिया टुडे ग्रुप को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सुप्रिया सुले ने कहा, 'जब तक कोर्ट में साबित नहीं होता तब तक किसी को भी दोषी मानना ठीक नहीं है. किसी के हत्यारे होने का शोर मचाकर ऐसा करना गलत है. कोर्ट को अपना काम करने दिया जाना चाहिए.' बीते कुछ समय से कांग्रेस से मनमुटाव की खबरों के बीच एनसीपी नेता के इस बयान को बीजेपी और एनसीपी में बढ़ती नजदीकियों के तौर पर भी देखा जा रहा है.
हर अच्छे बुरे वक्त में कांग्रेस के साथ रही है पार्टी
सुप्रिया सुले ने कांग्रेस और एनसीपी गठजोड़ के बारे में बात करते हुए कहा कि उनकी पार्टी 10 वर्षों से केंद्र में कांग्रेस के साथ है, जबकि प्रदेश में दोनों के बीच 15 वर्षों से संबंध हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी हर अच्छे-बुरे वक्त में कांग्रेस के साथ रही है. ऐसे में जब कांग्रेस नेता एनसीपी को विश्वस्त नहीं मानते हैं तो बहुत दुख होता है. यह निराशाजनक है.
'मेरे पिता राहुल से 40 साल बड़े हैं'
राहुल गांधी के नाम पर शरद पवार की बेरुखी के बारे में सुप्रिया सुले ने कहा कि उनके पिता को यह कहने का अधिकार है क्योंकि वह राहुल से 40 साल बड़े हैं. सुप्रिया ने कहा, 'मेरे पिता और राहुल गांधी के बीच एक जनरेशन गैप है. मेरे पिता कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ ज्यादा सहूलियत महसूस करते हैं.'
'दिल्ली में रहकर काम करने में परेशानी नहीं'
एनसीपी में शरद पवार के बाद उत्तराधिकारी को लेकर बढ़ रहे संघर्ष की खबरों का खंडन करते हुए सुले ने कहा कि उन्हें दिल्ली में रहकर काम करने में कोई परेशानी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि उनके और उनके चचेरे भाई अजित पवार के बीच कोई लड़ाई नहीं है.
अलागिरी ने किया मोदी का समर्थन
दूसरी ओर, डीएमके से निलंबित किए गए करुणानिधि के बेटे एमके अलागिरी भी सोमवार को बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के समर्थन में आ गए. उन्होंने कहा कि वह पीएम के तौर पर मोदी का स्वागत करते हैं. अलागिरी ने यह भी कहा कि देशभर में मोदी की लहर है. उन्होंने अपने छोटे भाई एमके स्टालिन पर निशाना साधते हुए कहा कि करुणानिधि और डीएमके को स्टालिन से बचाने की जरूरत है.
'हेडलाइंस टुडे' से खास बातचीत में अलागिरी ने कहा, 'मोदी एक अच्छे प्रशासक हैं. लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में मोदी की लहर है. अगर वो पीएम बनते हैं तो मैं उनका स्वागत करूंगा.'
मदुरै से सांसद और केंद्र में मंत्री रह चुके अलागिरी को तमिलनाडु की 39 लोकसभा सीटों के लिए हाल में जारी डीएमके की लिस्ट में जगह नहीं मिली है. अलागिरी ने अपने समर्थकों के साथ अहम बैठक की है. हालांकि अलागिरी ने अपने अगले सियासी कदम का खुलासा नहीं किया है. उन्होंने कहा, 'पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद समर्थकों के साथ मेरी पहली बैठक थी. सभी समर्थकों ने अपनी बात रखी. मैंने सबकी बात सुनी. हमें करुणानिधि को स्टालिन और उनकी टीम से बचाना है. स्टालिन ने करुणानिधि को भरोसे में लिए बिना ही उम्मीदवारों का चुनाव किया है.'