मुंबई में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की खूब तारीफ की. साथ ही शरद पवार ने कहा कि अगर दोनों ठाकरे भाई मिल जाएं, तो महाराष्ट्र के लिए बेहतर होगा. अब कयास लग रहे हैं कि क्या महाराष्ट्र में कोई नया समीकरण सामने आ सकता है?
एनसीपी के 'पावर हाउस' शरद पवार ने अपनी ऊर्जा दो दिशाओं में खर्च की. पहली बीजेपी और प्रधानमंत्री को 'उतारने' में, दूसरी शिवसेना को 'संवारने' में. मुंबई की चुनावी रैली में शरद पवार ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री तो एक संस्था है, लेकिन अफसोस है कि मोदी इस पद पर रहते हुए निजी हमले करने में जुटे हैं.
अब इसे कांग्रेस से जुदाई का असर कहिए या मोदी के ब्रांड नेम की चिंता कि शरद पवार ने शिवसेना की बड़ी तारीफ की. संभावना की सियासत करते हुए उन्हें बाला साहब ठाकरे याद आए और उद्धव भी मन को भा गए. शरद पवार ने यह भी कहा कि दोनों भाई मिल जाएं, तो उन्हें खुशी होगी. उन्होंने कहा कि उनके मेल से दूसरों के बीच भी अच्छा संदेश जाएगा.
शरद पवार ने शिवाजी का नाम भी लिया, लेकिन गुजरात को 'उतारने' में. शरद ने कहा, 'जिस सूबे की किताब में शिवाजी का भ्रष्ट पाठ होता हो, वहां के नेता शिवाजी का नाम क्यों लेते हैं?'