यूपीए गठबंधन के प्रमुख दल एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने चुनाव से पहले चुनाव परिणाम की भविष्यवाणी कर उस पर पलटी मार ली है. मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवार ने कहा कि उन्होंने चुनाव में बीजेपी की जीत संबंधी कोई भविष्यवाणी नहीं की थी.
गौरतलब है कि एक मराठी अखबार ने पवार का इंटरव्यू लिया था, जिसमें पवार की भविष्यवाणी को जगह दी गई कि चुनाव नतीजों के बाद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी अकेली सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. हालांकि इसमें पवार ने देश के अगले प्रधानमंत्री के सवाल पर कुछ भी बोलने से परहेज किया था. अखबार के अनुसार पवार ने भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि कांग्रेस बीजेपी के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होगी, जबकि तमिलनाडु में जयललिता और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी दमखम के साथ उभरेगी.
'लोग मोदी पर कैसे कर सकते हैं भरोसा'
दूसरी ओर बुधवार को रायगढ़ में चुनावी सभा के दौरान शरद पवार ने बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर तीखा वार किया. पवार ने कहा कि मैं यह जानना चाहता हूं कि लोग नरेंद्र मोदी पर भरोसा कैसे कर सकते हैं. उन्होंने कहा, 'मोदी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान राज्य की राजधानी से 20 किलोमीटर दूर कांग्रेस के एक सांसद को जला दिया गया था लेकिन सीएम ने शोकसंतप्त परिवार से मिलने की भी जहमत नहीं उठाई. आखिर ऐसा व्यक्ति देश की भलाई का आश्वासन कैसे दे सकता है?'
पवार ने आगे कहा, 'हमने कई लोकसभा चुनाव देखे हैं लेकिन हमने नेहरू के दौर से कभी यह नहीं सुना कि चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की गई हो. बीजेपी ने चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही उम्मीदवार की घोषणा कर दी, जो संविधान के अपमान के समान है.'
'बीजेपी नेताओं ने क्या बलिदान दिया'
पवार ने कहा, 'मोदी जहां कहीं भी जाते हैं, कहते हैं कि वह भारत को कांग्रेस मुक्त बनाना चाहते हैं. लेकिन इसी पार्टी ने ब्रिटिश लोगों को बाहर किया और भारत को आजादी दिलाई. जबकि बीजेपी नेताओं ने देश के लिए क्या बलिदान दिया है और पूर्व में जनसंघ में शामिल लोगों ने देश के लिए क्या बलिदान दिया है? हमें इन लोगों को सफल नहीं होने देना चाहिए।' पवार ने नरेंद्र मोदी को तानाशाह बताते हुए कहा कि उन्होंने आडवाणी और जसवंत सिंह जैसे नेताओं को दरकिनार कर दिया है.