बिहार में बीजेपी का करारी हार के बाद जहां विरोधी दलों को हमले का मौका मिल गया है वहीं पार्टी के अंदर से भी कई नेता मोर्चा संभाले हुए हैं. पार्टी के चार वरिष्ठ नेताओं द्वारा संयुक्त बयान जारी कर अमित शाह-मोदी गुट को घेरने की कोशिशों के बीच बगावती तेवर अपनाए बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर मोर्चा खोला है.
GOD bless them, GOD bless the party, GOD bless the Nation. Jai Bihar. Jai Hind....Happy Diwali.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) November 11, 2015
शुभकामनाओं के बहाने हमला
दिवाली की शुभकामनाओं के बहाने शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्विटर पर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला. 4 की संख्या का जिक्र किया और कहा कि मित्रों, दार्शनिक, गुरु और दिशा दिखाने वाली रौशनी ने सही समय पर बातें रखी गई हैं. शत्रुघ्न ने लिखा है कि रिले रेस शुरू हो चुका है. और अब गैंग ऑफ 4-बैंग निशाने पर है.
Right and high time to follow the friend, philosopher, guru, Guiding Light & his team of 4. Relay race has begun. Gang of 4-Bang on target.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) November 11, 2015
वरिष्ठ नेताओं ने किया था हमला
गौरतलब है कि बीजेपी नीत एनडीए के बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद पार्टी के 4 वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा और शांता कुमार की चौकड़ी ने मंगलवार शाम को तीखा हमला किया. चारों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वो जो जीत का श्रेय लेने वाले थे, उन्हें हार की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
पार्टी का आधिकारिक बयान
इसके बाद पार्टी ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की लेकिन चारों वरिष्ठ निशाने पर आ गये. पार्टी ने आधिकारिक बयान जारी कर पीएम और शाह का बचाव किया. बीजेपी ने अपने बयान में कहा कि वह बिहार चुनाव में हुई हार पर मंथन कर चुकी है और पार्टी सीनियर नेताओं के सुझाव का स्वागत करती है.
डैमेज कंट्रोल की कोशिश
गृह मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की ओर से जारी बयान में पार्टी ने खुद को भाग्यशाली माना है कि उसे अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी का नेतृत्व प्राप्त हुआ. सीनियर नेताओं की ओर से बिहार चुनाव की हार के लिए जिम्मेदारी तय करने की बात का जवाब देते हुए बीजेपी ने लिखा है, 'पार्टी में पहले से ही सामूहिक जिम्मेदारी लेने की परंपरा रही है. हम वरिष्ठ नेताओं के सुझाव स्वागत करते हैं.' बयान जारी करने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पीएम मोदी और अमित शाह से भी वरिष्ठ जनों के साझा बयान पर लेकर बात की.