दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने चुनाव में कांग्रेस की कमान अजय माकन के हाथ में सौंपे जाने का समर्थन किया है. उन्होंने इसे सकारात्मक बदलाव बताया, वहीं नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ वरिष्ठ कांग्रेस नेता किरण वालिया को मैदान में उतारने की भी वकालत की. इसके थोड़ी देर बाद किरण वालिया ने 'आज तक' से बातचीत में कहा कि अभी प्रत्याशियों की लिस्ट जारी नहीं हुई है, लेकिन अगर पार्टी उन्हें केजरीवाल के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारेगी तो वह इसके लिए तैयार हैं. गौरतलब है कि पार्टी मंगलवार को ही अपने 39 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर सकती है.
'आज तक' से खास बातचीत में उन्होंने कहा, 'कांग्रेस चुनाव के लिए तैयार है. पिछले कई महीनों से हम लोग काम कर रहे हैं.' जब उनसे पूछा गया कि क्या दिल्ली को उनकी कमी खलेगी, तो उन्होंने कहा, 'हो सकता है कमी खले, पर मैंने (इस बारे में) बहुत पहले बता दिया था.'
अजय माकन को कमान सौंपे जाने पर उन्होंने कहा कि यह अच्छा फैसला है और घर में भी पीढ़ियां बदलती हैं. उन्होंने कहा कि किरण वालिया को अरविंद केजरीवाल के खिलाफ टिकट देना अच्छा फैसला साबित होगा क्योंकि वह सुशिक्षित और अनुभवी राजनेता हैं और वह केजरीवाल को कड़ी टक्कर देंगी. याद रहे कि 2013 के चुनाव में केजरीवाल ने ही उस वक्त की मुख्यमंत्री शीला को भारी अंतर से पटखनी दी थी.
गौरतलब है कि दिल्ली में हारने के बाद तत्कालीन यूपीए सरकार ने शीला दीक्षित को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया था. लेकिन मोदी सरकार बनने के कुछ समय बाद उन्होंने राज्यपाल पद से भी इस्तीफा दे दिया. सूत्रों के मुताबिक, इस बार के दिल्ली चुनाव में वह सिर्फ प्रमुख प्रचारक की भूमिका निभाएंगी और चुनाव नहीं लड़ेंगी. हाल ही में उनके इस बयान से सियासी सरगर्मियां जरूर बढ़ गई थीं, जब उन्होंने कहा था कि त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में कांग्रेस आम आदमी पार्टी को समर्थन दे सकती है . हालांकि कुछ देर बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लवली ने ऐसी संभावना से इनकार कर दिया था.