शिवसेना के मुखपत्र सामना के सम्पादकीय में कहा गया है कि आज 19 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रो में मतदान है, जिसमें जनता 'राजा' है, 'घनुष-बाण' उसका अस्त्र है और एनसीपी-कांग्रेस 'नरकासुर' हैं, जिन्हें मार गिराना जरूरी है.
सामना में कहा गया है कि यह चुनाव महाराष्ट्र के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है. पूरे देश में कांग्रेस के विरोध में लहर है, कांग्रेस-एनसीपी के खिलाफ पूरा देश आक्रोश उगल रहा है और ऐसे में परिवर्तन पूरा देश चाहता है.
इसमें आगे कहा गया है कि कांग्रेस-एनसीपी की सरकार का ही हाल है कि विकास की गाड़ी का चक्का कीचड़ में फंसा हुआ है. राष्ट्रीय स्तर पर हाल ये है कि डॉलर के मुकाबले रुपया रद्दी के भाव में है. महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार चरम पर हैं. देश की अंदरूनी सुरक्षा दांव पर लगी है, जिसके चलते आम आदमी ही नहीं, विरोधी दल ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के मतदाताओं को भी लगता है कि अब परिवर्तन का वक्त आ चुका है और उन्हें वास्तव में एक मर्द की जरूरत है. कुल मिलाकर नरेंद्र मोदी को ही देश की बागडोर थमाने भी बात कही गई है.
सम्पादकीय में कहा गया है कि इस बार सारे पाखंडी धूल में मिल जाएंगे और गद्दारों को गाड़ दिया जाएगा और ये फैसला जनता-जर्नादन करेगी. चुनाव के समय तोपों में बारूद की जगह कीचड़ उछालने का खेल खेलने वाली कांग्रेस-एनसीपी ने कुछ नहीं किया है.