पार्टी में गुटबाजी से लड़ते हुए मांड्या सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार और कई भाषाओं की फिल्मों में काम कर चुकी अभिनेत्री राम्या जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं. आठ महीने पहले इस लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में राम्या ने जीत हासिल की थी. मगर अब उनके सामने दिक्कत यह है कि उनके राजनीतिक गॉडफादर अंबरीश बीमारी के चलते समय नहीं दे पा रहे हैं.
ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा और आवास मंत्री अंबरीश नीत कांग्रेस के दो धड़ों के बीच फंसी 31 वर्षीय अभिनेत्री दोनों गुटों के बीच संतुलन कायम करने और मतदाताओं का दिल जीतने के लिए संघर्ष कर रही हैं. दोनों धड़ों के समर्थक खुलकर आपस में भिड़ रहे हैं जिससे राजनीतिक रूप से अनुभवहीन राम्या अकेली पड़ रही हैं.
इस लोकसभा क्षेत्र में अंबरीश का अच्छा खासा प्रभाव है. पिछले साल अगस्त में हुए उपचुनावों में राम्या की जीत में अंबरीश ने अहम भूमिका निभायी थी लेकिन इस बार खराब स्वास्थ्य की वजह से सिंगापुर के एक अस्पताल में भर्ती अंबरीश राम्या के चुनाव प्रचार में अधिकतर समय अनुपस्थित रहे. लेकिन शुक्रवार को अंबरीश के घर वापस लौटने के साथ राम्या अपने आखिरी चरण के प्रचार में उनके समर्थन पर निर्भर हैं. यहां 17 अप्रैल को चुनाव होने हैं. राम्या के मुख्य प्रतिद्वंद्वी जनता दल (एस) के सीएस पुत्तराजू हैं जिन्हें उन्होंने उपचुनावों में 67,611 मतों के अंतर से हराया था.