scorecardresearch
 

भाई को भाई से लड़ाने वाले किसी के सगे नहीं, बोलीं सोनिया गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में दम भरा कि राज्य में बदलाव का वक्त आ चुका है. कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विकास लिए पहले भी काम करती रही है और आगे भी करेगी. अगर सत्ता में कांग्रेस आएगी तो छत्तीसगढ़ की तरक्की छत्तीस गुनी रफ्तार से होगी.

Advertisement
X
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में दम भरा कि राज्य में बदलाव का वक्त आ चुका है. कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विकास लिए पहले भी काम करती रही है और आगे भी करेगी. अगर सत्ता में कांग्रेस आएगी तो छत्तीसगढ़ की तरक्की छत्तीस गुना रफ्तार से होगी.

Advertisement

बीजेपी पर निशाने साधते हुए उन्होंने कहा, 'समाज को बांटने वाली कोई भी विचारधारा किसी का भला नहीं कर सकती. भाई को भाई से लड़ाने वाले किसी के सगे नहीं हो सकते. ऐसे सभी तत्वों को जवाब देने का मौका आपके सामने है. छत्तीसगढ़ में बदलाव का वक्त आ चुका है.'

कांग्रेस की त्याग और समर्पण की परंपरा का गुणगान
सोनिया गांधी ने कहा, 'कुदरत की मेहरबानी से छत्तीसगढ़ में किसी चीज की कमी नहीं. पानी है, जंगल है, खनिज है. अगर ईमानदारी और निष्ठा के साथ जनता के हित में इसका सही उपयोग हो तो छत्तीसगढ़ एक विकसित राज्य बन सकता है लेकिन ये काम वे लोग नहीं कर सकते जिनका लक्ष्य सिर्फ सत्ता है. निर्माण और विकास के कामों के लिए, समाज के सभी वर्गों की भलाई के लिए दृढ़ संकल्प की जरूरत है. त्याग की जरूरत है. सेवा और समर्पण के भाव की जरूरत है. कांग्रेस की परंपरा सेवा और समर्पण की रही है. कांग्रेस ने हमेशा त्याग किया है. कांग्रेस इन्हीं उसूलों पर आज तक चलती आई है और आगे भी चलती रहेगी. पिछले 10 सालों से इस राज्य पर जो लोग राज कर रहे हैं उनके अंदर जनसेवा या समर्पण की दृष्टि नहीं. यहां के प्राकृतिक संसाधनों का लाभ आप सबको मिलना चाहिए था पर मिला सिर्फ चंद लोगों को.'

Advertisement

कानून बदहाल, युवा बेरोजगार, रमन सरकार दे रही है धोखा
सोनिया गांधी ने कहा, 'यहां परेशानी बढ़ी है. कानून-व्यवस्था की हालत खराब है. मेरी बहनों के साथ अत्याचार हो रहा है. चारों ओर डर का माहौल है. किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. आदिवासियों को वन उपज के सही दाम नहीं मिले. उन्हें उनकी जमीनों का अधिकार नहीं दिया गया बल्कि जमीन छीन ली गई. गांव-गांव में गरीबी बढ़ती जा रही है. नौजवान रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं. केंद्र की यूपीए सरकार ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले बेरोजगार युवाओं के लिए मनरेगा लेकर आई. कोई भूखा नहीं रहे इसके लिए खाद्य सुरक्षा बिल लाया गया. आदिवासी भाइयों को जमीन की सही कीमत मिले इसके लिए भूमि अधिग्रहण कानून बनाया. फिर भी इन कानूनों का लाभ आप तक नहीं पहुंच रहा. इसके लिए यहां की सरकार जिम्मेदार है. रमन सिंह की सरकार आपके साथ धोखा कर रही है.'

किस मुंह से हम पर ऊंगली उठाते हैं बीजेपी वाले
सोनिया गांधी ने कहा, 'बीजेपी के राज में छत्तीसगढ़ विकास की राह में काफी पिछड़ गया है. केंद्र सरकार ने कई हजार करोड़ दिए, फिर भी बच्चे कुपोषण के शिकार हैं. शिक्षा का सही स्थान नहीं है. बिजली की हालत आपके सामने है. फिर भी मैं ये पूछना चाहती हूं कि ये लोग किस मुंह से बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. किस मुंह से हमारे ऊपर उंगली उठाते हैं. बातों से पेट नहीं भरता इसके लिए अपने स्वार्थ को छोड़ना पड़ता है. ईमानदारी के साथ दिन-रात कठिन मेहनत करनी पड़ती है. जनता की सेवा के प्रति समर्पित होना पड़ता है.'

Advertisement

नक्सल समस्या पर रमन सरकार को घेरा
सोनिया गांधी ने कहा, 'नक्सली समस्या से निपटने के लिए बाकी राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ को भी सारी मदद मिली. पर जो हालात हैं वो आपके सामने है. पांच महीने पहले हमारे साथियों पर जो हमला हुआ वह यहां की बीजेपी की सरकार के लिए शर्म की बात है. कांग्रेस तो नक्सलवाद और आतंकवाद से हमेशा लड़ती रही है. सवाल यह है कि नक्सली समस्या का मुकाबला बीजेपी वाले किस तरह कर रहे है? नक्सलियों पर काबू पाने के लिए उन्होंने क्या किया. उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए क्या कदम उठाए गए?'

Advertisement
Advertisement