कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को झारखंड में दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया. डाल्टनगंज और गुमला में आयोजित इन रैलियों का मकसद यकीनन कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करना था और उसने कार्यकर्ताओं में जान फूंकने का काम किया, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष के निशाने पर पीएम नरेंद्र मोदी ही रहे. सोनिया ने मोदी पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करना जानते हैं. उन्होंने सत्ता के लिए झूठा वादा किया. सोनिया ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार में अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ा है, जबकि बीजेपी सत्ता के लिए किसी भी हद तक जाने से गुरेज नहीं करती है.
गुमला में आयोजित जनसभा में झारखंड सरकार को निशाने पर लेते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि राज्य सरकार ने यूपीए सरकार द्वारा दी गई धनराशि का इस्तेमाल नहीं किया. सोनिया ने प्रधानमंत्री जन धन योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यूपीए शासन में भी 33 करोड़ बैंक खाते खोले गए, लेकिन बीजेपी सरकार ने उसका श्रेय खुद ले लिया.
परमवीर अलबर्ट एक्का मैदान में सभा को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा की यूपीए सरकार ने झारखंड को हजारों करोड़ रुपये विकास योजनाओं के लिए दिए, लेकिन यहां की बीजेपी सरकारों ने किसी भी योजना को ठीक से लागू नहीं होने दिया.
सोनिया ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी कुर्सी के लालच में किसी भी हद तक जा सकती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अभी भले जनता से बड़े-बड़े वादे कर रही हो, लेकिन जब भी उनकी सरकार रही, तब-तब अपराध, भ्रष्टाचार, शोषण का ही बोलबाला रहा है. सोनिया ने जनता से अपील की कि झारखंड की जनता कांग्रेस और सहयोगी दलों को वोट देकर राज्य में मजबूत सरकार बनाएं.
नक्सलवाद सामाजिक और आर्थिक समस्या
झारखंड में नक्सलवाद को बड़ी समस्या बताते हुए सोनिया ने कहा, 'कांग्रेस शुरू से नक्सलवाद को सिर्फ कानूनी समस्या नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक समस्या के तौर पर देखती रही है. जरूरत है कि प्राकृतिक संसाधनों पर पहला हक लोगों का हो. गांव-गांव में बुनियादी ढांचे का निर्माण हो. नक्सलवाद को भी हिंसा से नहीं विकास से ही खत्म किया जा सकता है और यह सब कांग्रेस ही कर सकती है.'
भूमि अधिग्रहण कानून में बदलाव चाहती है बीजेपी
कांग्रेस अध्यक्ष ने भूमि अधिग्रहण कानून के बहाने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह यूपीए का शासन में बनाए गए भूमि अधिग्रहण कानून में बदलाव करना चाहती है. सोनिया ने कहा, 'हमने भूमि अधिग्रहण कानून इसलिए बनाया ताकि सदियों से शोषण का शिकार हो रहे दलितों, आदिवासियों को उनका अधिकार मिल सके. लेकिन बीजेपी की सरकार उसे बदलकर गरीबों के अधिकार फिर से छीन लेना चाहती है.' सोनिया गांधी ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की बीजेपी की वजह से ही झारखंड हिंसा के रास्ते पर है.