कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज रायबरेली से नामांकन भरेंगी. जब वो नामांकन भरने के लिए रायबरेली पहुंचेंगी तब उनके साथ बेटे राहुल गांधी भी साथ होंगे. पहले उनकी बेटी प्रियंका और दामाद राबर्ट वाड्रा के भी साथ होने की खबर थी लेकिन अब ये दोनों साथ नहीं जा रहे हैं क्योंकि इन्हें पारिवारिक कारणों से देहरादून जाना पड़ रहा है.
नामांकन दाखिल करने से पहले सोनिया पूजा करेंगी. सालों से गांधी परिवार नामांकन से पहले पूजा करता आ रहा है.
गुरु भवन के नाम से मशहूर रायबरेली के कांग्रेस दफ्तर में नामांकन से पहले पूजा पाठ की परंपरा 45 साल से चली आ रही है. इंदिरा गांधी के बाद इसे सोनिया गांधी ने बना रखा है. पिछले तीन बार से ये पूजा पंडित राधेश्याम दीक्षित करा रहे हैं.
पंडित राधेश्याम ने पूजा की इसी बेदी पर सोनिया गांधी की जीत की कामना की थी, विघ्नहर्ता का मंत्र पढ़ा था. सोनिया 4 लाख वोटों से विजयी घोषित की गई थीं. इस बार भी कामना वही है. विघ्नहर्ता से प्रार्थना वही है.
अब इसे पूजा का फल कहें या राय बरेली में गांधी परिवार की विरासत का असर, सोनिया के सामने यहां न कोई असरदार विरोधी होता है और ना ही कोई और विघ्न.
राय बरेली में अजेय रही हैं सोनिया गांधी
2009 में सोनिया गांधी 3 लाख 72 हजार वोट से जीती थीं जबकि 2006 उपचुनाव में 2 लाख 56 हजार वोट और 2004 के चुनाव में 2 लाख 50 हजार वोट से जीत हासिल की थीं.
सोनिया की बड़ी जीत के पीछे पंडित जी की मान्यता भले ही पूजा पाठ और विघ्नहर्ता के आशीर्वाद की रही हो, लेकिन सियासी विश्लेषक कमजोर विरोध को भी कम श्रेय नहीं देते. सोनिया के खिलाफ समाजवादी पार्टी इस बार भी कोई उम्मीद्वार नहीं खड़ा करने का ऐलान किया है, तो बीजेपी ने उमा भारती के नाम पर तमाम हो हल्ला के बावजूद ऐलान किया अजय अग्रवाल की उम्मीदवारी का.
मौके के लिहाज से अक्सर दल बदलने वाले अजय अग्रवाल की अमेठी में क्या इमेज बनी है और सोनिया को किस हद तक टक्कर देंगे इसका अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं.
बीजेपी की तरफ से सोनिया के सामने चुनावी बलि का बकरा ही सही, कांग्रेस अनुष्ठान में कोई कमी नहीं. पार्टी मुख्यालय से लेकर डीएम ऑफिस तक हर जगह सोनिया के आने का इंतजार है.
क्योंकि चुनावी घमासान का औपचारिक आगाज रायबरेली में सोनिया के नामांकन के बाद ही शुरू होता रहा है. मोदी की लहर पर सवार बीजेपी इस बार सोनिया को हराने की बात तो जरूर कर रही है. लेकिन उम्मीदवार के कद और हैसियत को देखते हुए दावा जुबानी ही लग रहा है.