बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बताया कि वह मुजफ्फरनगर दंगों के बाद प्रभावित इलाकों के दौरे पर क्यों नहीं आईं.
एक चुनावी रैली में मायावती ने कहा, ‘मैं उस समय आना चाहती थी. पर मुझे मेरे खास सूत्रों से पता चला कि सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने एक साजिश बनाई है कि अगर मायावती आती है, तो और दंगे भड़कवा देंगे. इससे दंगों का आरोप मायावती पर लग जाएगा. इसीलिए मैंने फैसला किया यहां न आने का.’
मायावती जब दंगों पर यह मासूम तर्क गढ़ रही थीं, तब मंच पर मौजूद थे मुजफ्फरनगर के लोकसभा कैंडिडेट कादिर राणा. राणा पर दंगा भड़काने का आरोप है. वह इसके चलते जेल भी जा चुके हैं. मगर इससे बेपरवाह मायावती ने अपनी रैली में 20-25 मिनट दंगों को दिए.
उन्होंने बीजेपी, सपा और कांग्रेस को इस मसले पर कटघरे में खड़ा किया और अपनी पार्टी को पाक साफ साबित किया.