अगले महीने लोकसभा चुनावों से पहले मतदाता बनने के लिए देशभर के 9.3 लाख मतदान केन्द्रों पर विशेष मतदाता शिविरों में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे.
चुनाव आयोग ने इन शिविरों का आयोजन करके लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकृत होने का अंतिम मौका दिया था. इन शिविरों को मकसद यह भी था कि लोग यह देख लें कि मतदाता सूची में उनका नाम अंकित है या नहीं.
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने इस अभियान को सफल बताते हुए कहा कि दिल्ली और कुछ अन्य शहरों में रविवार देर शाम तक लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं और इसलिए अभियान को कुछ अतिरिक्त समय तक खींचा गया.
अधिकारियों ने कहा कि मंगलवार तक पता चल पाएगा कि कितने लोगों ने फार्म भरे.
दिल्ली में मतदाता के रूप में पंजीकृत होने और अपना नाम सूची में देखने के लिए विशेष मतदाता शिविरों में बडी संख्या में लोग पहुंचे.
दिल्ली में वर्तमान मतदाताओं के नामों के सत्यापन के लिए 11,763 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए. इस दौरान, पुरानी दिल्ली क्षेत्र में मतदान जागरुकता के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए.