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स्टिंग ऑपरेशन से केजरीवाल की पार्टी में हड़कंप, कई नेताओं पर भ्रष्‍टाचार के आरोप

विवाद पर विवाद कुछ ऐसा ही हो रहा है आम आदमी पार्टी के साथ. ताजा विवाद एक स्टिंग ऑपरेशन से पैदा हुआ है जिसमें पार्टी की नेता शाजिया इल्मी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है.

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विवाद पर विवाद कुछ ऐसा ही हो रहा है आम आदमी पार्टी के साथ. ताजा विवाद एक स्टिंग ऑपरेशन से पैदा हुआ है जिसमें पार्टी की नेता शाजिया इल्मी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है.

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एक वेबसाइट मीडिया सरकार ने आम आदमी पार्टी के 9 बड़े और खास नेताओं का स्टिंग ऑपरेशन किया. आपको बता दें कि इस स्टिंग ऑपरेशन से आज तक का कोई लेना देना नहीं है. मीडिया सरकार की टीम सबसे पहले पहुंची, आम आदमी पार्टी की बड़ी और दिग्गज नेता शाज़िया इल्मी के पास. उनकी रिपोर्टर ने शाजिया इल्मी से कंपनी की प्रतिनिधि बनकर राइवल कंपनी को सबक सिखाने के लिए मदद मांगी. शुरुआती बातचीत में शाज़िया ने कानूनी दस्तावेज़ों के बगैर बातचीत करने से मना कर दिया. लेकिन जैसी मीडिया सरकार की रिपोर्टर ने डोनेशन देने बात की, शाजिया के सुर बदल गए. मीडिया सरकार ने केजरीवाल के कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले कुमार विश्वास का भी स्टिंग ऑपरेशन किया.

क्या है स्टिंग ऑपरेशन में....
जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहा है आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं के खिलाफ आरोप पर आरोप लगते जा रहे हैं. विवादों का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. पहले फंडिग में गड़बड़ी, फिर अन्ना आंदोलन के दौरान जमा हुए चंदे का विवाद और अब पार्टी के नेताओं पर भ्रष्टाचार का आरोप.

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मीडिया सरकार डॉट कॉम नाम के पोर्टल ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए ये आरोप लगाए हैं. स्टिंग ऑपरेशन में आम आदमी पार्टी की आरके पुरम से उम्मीदवार शाज़िया इल्मी की नीयत पर सवाल उठाए गए हैं. दरअसल पोर्टल के रिपोर्टर ने शाज़िया से एक कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन में चलने को कहा. शाजिया ने बिना किसी लीगल सबूत के प्रदर्शन में जाने से इनकार कर दिया. अब तक तो लग रहा था कि शाजिया कोई गलत काम करने को तैयार नहीं होंगी. लेकिन जब रिपोर्टर ने डोनेशन की बात शुरू की तो शाजिया बदली-बदली नज़र आईं.

आज तक इस स्टिंग ऑपरेशन में किए गए दावों या इसके कंटेंट को अप्रूव नहीं करता हालांकि स्टिंग के जरिए जो आरोप लगाए गए हैं वो बेहद गंभीर हैं.  शाजिया इल्मी के इस स्टिंग आपरेशन में बैनामी पैसों को ठिकाने लगाने की भी बात है.

जब डोनेशन की बात हो गई तो रिपोर्टर ने एक बार फिर बिना सबूत प्रदर्शन में चलने को कहा. इस बार शाजिया तैयार हो गईं. इतना ही नहीं शाजिया के पीए ने भी बताया कि कैसे बेनामी पैसे को ठिकाने लगाया जाता है.

पोर्टल के स्टिंग में किसी को पैसा लेते-देते तो नहीं दिखाया गया है लेकिन जो बातचीत है उससे शजिया के इरादों और आम आदमी पार्टी के दावों पर ज़रूर सवाल उठते हैं.

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इस स्टिंग ऑपरेशन की टाइमिंग बड़ी अहम है. केजरीवाल कह चुके हैं अगर उनका कोई भी उम्मीदवार दागी साबित होता है तो वो उसे चुनाव मैदान से हटा देंगे. जाहिर है चुनाव से चंद रोज पहले उनके लिए ऐसा करना बेहद मुश्किल होगा.

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