लोकसभा चुनावों का रंग अब लोगों पर तेजी से चढ़ने लगा है. हर राजनीतिक दल अपने वोट बैंक को बढ़ाने में जुटा है. इसी कड़ी में बुधवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बड़ी संख्या में आए अमीर-ए-जमात, आईमा हजरात, मदरसों के नाजिमें आला तथा उलेमा-ए-इकराम समेत कई मुस्लिम उलेमा मिले और बैठक की. जिन्होंने मुलायम की तुलना महात्मा गांधी से कर डाली.
उलेमाओं ने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम एकता के नारे के बल पर गांधी जी ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने को मजबूर कर दिया था. वहीं मुलायम सिंह ने इसी बल पर फिरकापरस्त ताकतों को सिर नहीं उठाने दिया है.
उलेमाओं से मुलाकात के दौरान मुलायम सिंह यादव ने कहा कि देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि इस लोकसभा चुनाव में मतदाता सेकुलर ताकतों को चुनेंगे या फिरकापरस्त ताकतों को. फिरकापरस्त ताकतों के सत्ता में आने से देश की एकता और हिन्दू-मुस्लिम इत्तिहाद पर असर पड़ेगा और सामाजिक तानाबाना टूट जाएगा.
उन्होंने कहा कि गुजरात में विकास का झूठ सामने आने के बाद जनता मुस्लिमों के कत्लेआम के लिए नरेंद्र मोदी को कभी माफ नहीं करेगी. इस मौके पर वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव, अहमद हसन, कारागार मंत्री राजेंद्र चैधरी और प्रदेश सचिव एसआरएस यादव भी मौजूद थे.