लोकसभा के पहले चरण के चुनाव में कई बड़े दिग्गजों की किस्मत भी ईवीएम मशीन में लॉक हो गई. कई ऐसे हैं, जो यूपीए सरकार में मंत्री हैं. कई नेता अपनी जगह छोड़कर आए हैं. दिग्गजों की इस फेहरिस्त में लालू यादव और यशवंत सिन्हा जैसे नेता शामिल हैं.
देश के वित्त और विदेश मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा भी पहले चरण के चुनाव के लिए मैदान में हैं, हालांकि हजारीबाग से पिछली बार वो चुनाव हार चुके हैं. लेकिन, पार्टी और उन्हें भरोसा है कि इस बार जनता उनका साथ जरूर देगी.
रेल मंत्री लालू यादव सारण से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. पिछली बार उन्होंने छपरा की सीट जीती थी. भाजपा की टिकट पर खड़े हुए राजीव प्रताप रूड़ी पिछली बार लालू से मात खा चुके हैं, लेकिन भरोसा है कि इस बार नतीजा कुछ और होगा.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी सीट पर दो बड़े नामों के भविष्य का फैसला ईवीएम मशीन में लॉक हो गया है. भाजपा सरकार में मानव संसाधन मंत्री मुरली मनोहर जोशी इलाहाबाद छोड़कर वाराणसी आ गए हैं, लेकिन यह सीट भी इतनी आसान नहीं है. बसपा के मुख्तार अंसारी से उन्हें कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भाजपा से अलग होकर कोडरमा से चुनावी मैदान में हैं. जाहिर है अपनी पुरानी पार्टी के लिए मरांडी बड़ी मुश्किल बन सकते हैं.
मनमोहन सरकार में मंत्री मीरा कुमार कांग्रेस के टिकट पर सासाराम से मैदान में हैं. आंध्र प्रदेश के खम्मम से रेणुका चौधरी भी कांग्रेस के ही टिकट पर मैदान में हैं. इन सबके अलावा यूएन के पूर्व अंडर सेक्रेट्री जनरल शशि थरूर भी पहले चरण के चुनाव में मैदान में हैं. कांग्रेस के टिकट पर वो तिरुअनंतपुरम से चुनाव लड़ रहे हैं.