दिल्ली में आई आम आदमी पार्टी की आंधी में बीजेपी और कांग्रेस की उम्मीदें धूल धूसरित हो गई है. केजरीवाल एंड कंपनी को राजधानी की जनता ने 67 सीटों के रूप में प्रचंड बहमत दिया है. दूसरी ओर में दिल्ली चुनाव में अपना सबकुछ दांव पर लगाने वाली बीजेपी सदन में विपक्ष का दर्जा पाने लायक सीटें भी नहीं जुटा पाईं. उसके तीन उम्मीदवार ही जीत हासिल कर पाएं. केजरीवाल की आंधी में जगदीश मुखी से लेकर किरण बेदी तक सबको मात मिली है.
दूसरी ओर इस आंधी में बीजेपी के तीन खिलाड़ी अंगद की तरह पैर जमाए रहे, लिहाजा बीजेपी का डिब्बा गोल होने से बच गया और पार्टी की झोली में तीन सीटें बच गई. इन तीनों उम्मीदवारों की जीत ने बीजेपी के सर्वेसर्वा नरेंद्र मोदी का सम्मान बचा लिया और केजरीवाल की आंधी में टिमटिमाते रहे. हालांकि बीजेपी की तरह कांग्रेस के उम्मीदवार मुकाबला नहीं कर पाए और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के सामने ढेर हो गए. पार्टी का खाता भी नहीं खुला और कांग्रेस के गले में एक और करारी हार आ गिरी.
आम आदमी पार्टी के कहर में पार्टी और अपना किला थामे रहने वाले बीजेपी के उम्मीदवारों में जो तीन नाम है. उनमें विजेंद्र गुप्ता, जगदीश प्रधान और ओम प्रकाश शर्मा है. विजेंद्र गुप्ता रोहिणी सीट से मैदान में थे और उन्होंने 5,367 वोट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सीएल गुप्ता को हराया. विजेंद्र गुप्ता को 59,866 वोट मिले, जबकि सीएल गुप्ता को 54,499 वोट मिले.
इसके साथ ही मुस्तफाबाद सीट से जगदीश प्रधान (58,388) ने भी 6,031 वोटों से जीत हासिल की है. उन्होंने कांग्रेस के हसन अहमद (52,357) को हराया. यहां आम आदमी पार्टी के मोहम्मद यूनुस (49,791) तीसरे नंबर पर रहे.
बीजेपी के इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा ओम प्रकाश शर्मा (58,124) भी जीत हासिल करने में कामयाब रहे. उन्होंने आम आदमी पार्टी के डॉ. अतुल गुप्ता (47,966) को 10,158 वोटों से हराया.