बिहार में छह चरण वाले लोकसभा चुनावों के दूसरे चरण में गुरुवार को सात सीटों के लिए मतदान होगा. राज्य में जिन सात सीटों के लिए मतदान होगा. इनमें से कई सीटें माओवाद प्रभावित इलाकों में आती हैं. लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
राज्य में पटना साहिब, पाटलिपुत्र, नालंदा, जहानाबाद, मुंगेर, आरा और बक्सर लोकसभा सीटों के लिए 117 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं. मतदान के लिए 11,846 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इस दौरान अभिनेता-राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा, पूर्व गृह सचिव आर के सिंह, लालू प्रसाद की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती, रामकृपाल यादव और रंजन यादव समेत कई अहम नेताओं के भाग्य का फैसला होगा.
चुनावों में बिहार की भूमिका को देखते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने 10 अप्रैल को जहानाबाद, आरा और पाटलिपुत्र के बिक्रम में रैलियों को संबोधित किया है. इसी तरह भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने 14 अप्रैल को बांका और कटिहार में रैलियों को संबोधित किया था. पटना साहिब से चुनाव जीतने की कोशिश में जुटे शत्रुघ्न सिन्हा ने कई रैलियों को संबोधित किया है. जबकि उनके उनके प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार भोजपुरी अभिनेता कुणाल सिंह भी जीत के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं.
मुख्य सचिव एके सिन्हा ने कहा कि राज्य में 42,600 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. पहले चरण के चुनाव की तरह गुरुवार के चुनाव के लिए भी दो हेलीकॉप्टरों को सेवा में तैनात किया गया है. सिन्हा ने बताया कि 17 अप्रैल को मतदान के दौरान केंद्रीय बल की 152 कंपनियां और बिहार सैन्य पुलिस की 74 कंपनियां तैनात की जाएंगी.
निर्वाचन आयोग के निर्णय के अनुसार माओवाद प्रभावित सात विधानसभा सीटों में मतदान शाम चार बजे समाप्त हो जाएगा जबकि शेष इलाकों में शाम छह बजे तक मतदान हो सकेगा. जिन सात विधानसभा सीटों में दो घंटे पहले ही मतदान बंद हो जाएगा, वे नक्सल प्रभावित मुंगेर, लखीसराय, जहानाबाद और पाटलिपुत्र में हैं.