उमा भारती एक भारतीय नेता है. उन्होंने राम जन्मभूमि आन्दोलन में प्रमुख भूमिका निभाई. युवावस्था में ही वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़ गयी थीं.
उन्होंने 1984 में सर्वप्रथम लोकसभा चुनाव लड़ा, परन्तु हार गयीं. 1989 के लोकसभा चुनाव में वह खजुराहो संसदीय क्षेत्र से सांसद चुनी गयीं और 1991, 1996, 1998 में यह सीट बरकरार रखी. 1999 में वे भोपाल सीट से सांसद चुनी गयीं. वाजपेयी सरकार में वह मानव संसाधन विकास, पर्यटन, युवा मामले एवं खेल, और अंत में कोयला और खदान जैसे विभिन्न राज्य स्तरीय और कैबिनेट स्तर के विभागों में कार्य किया.
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले की जांच के लिए गठित लिब्राहन आयोग की रिपोर्ट में उन्हें दोषी पाया गया. हालांकि भारती ने इस बात से इंकार किया कि उन्होंने भीड़ को उकसाया, लेकिन उन्हें इसका अफसोस भी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि वे इस विध्वंस की नैतिक जिम्मेदारी लेती हैं.
भाजपा से अलग होकर उमा भारती ने भारतीय जनशक्ति पार्टी का गठन किया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी संघ की विचारधारा का समर्थन करती है. हालांकि पार्टी को कोई खास उपलब्धि हासिल नहीं हुई.