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मुख्तार अंसारी के इंकार से मोदी को नुकसान, कांग्रेस के पक्ष में जा सकता है मुस्लिम वोट

बाहुबली मुख्तार अंसारी के वाराणसी से चुनाव ना लड़ने के ऐलान से नरेंद्र मोदी संकट में हैं. अंसारी के यहां से चुनाव ना लड़ने पर बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि मुख्तार के पक्ष में लामबंद होने वाला वाराणसी का मुस्लिम वोट किसकी तरफ मुड़ेगा?

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मुख्तार अंसारी
मुख्तार अंसारी

बाहुबली मुख्तार अंसारी के वाराणसी से चुनाव ना लड़ने के ऐलान से नरेंद्र मोदी संकट में हैं. अंसारी के यहां से चुनाव ना लड़ने पर बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि मुख्तार के पक्ष में लामबंद होने वाला वाराणसी का मुस्लिम वोट किसकी तरफ मुड़ेगा?

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पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ अंसारी ने बीजेपी प्रत्याशी डॉ.मुरली मनोहर जोशी को कड़ी टक्कर दी थी. हालांकि डॉ.जोशी की जीत हुई थी. लेकिन अंसारी मामूली अंतर से हारे थे. डॉ. जोशी को दो लाख तीन हजार वोट मिले थे, जबकि मुख्तार अंसारी को एक लाख 85 हजार वोट मिले थे.

लेकिन इस बार चर्चा थी कि अंसारी को मोदी के खिलाफ साझा उम्मीदवार के तौर पर उतारा जाएगा. कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी और मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल के बीच डील हुई थी. राणनीति यह थी कि मुस्लिमों का ध्रुवीकरण अंसारी के पक्ष में हो और नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़े उम्मीदवारों के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगे.

अब जब अंसारी ने वाराणसी के बजाय घोसी से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, तो जाहिर है कि वाराणसी के मुस्लिमों का वोट कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के पक्ष में होगा.पिछली बार अजय राय तीसरे नंबर पर थे. अब अंसारी के ना हो ने से राय मोदी को कड़ी टक्कर दे सकते हैं. इससे नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी संकट में है.

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