बसपा अध्यक्ष मायावती ने बीजेपी पर दलितों से नफरत करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि इस पार्टी ने इस मानसिकता का परिचय देते हुए मंडल आयोग की सिफारिशों का भी विरोध किया था.
मायावती ने यहां बसपा प्रत्याशी लालजी वर्मा के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा में कहा कि बीजेपी दलित और पिछड़ों से नफरत करती है. देश में जब मंडल आयोग की सिफारिशें लागू की जा रही थीं, उस वक्त बीजेपी ने विरोध किया था. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने संविधान की समीक्षा की आड़ में दलितों का आरक्षण खत्म करने की साजिश भी की थी और अगर लोकसभा चुनाव में यह पार्टी जीत गई तो आरक्षण को समाप्त कर दिया जाएगा.
मायावती ने कांग्रेस पर भी हमला करते हुए आरोप लगाया कि इस पार्टी ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को कभी सम्मान नहीं दिया. जब बसपा ने उन्हें भारत रत्न देने की मांग की तो कांग्रेस ने कोई कार्रवाई नहीं की. उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सूबे में गुंडों और माफियाओं की सरकार चल रही है. जब से प्रदेश में सपा की सरकार बनी है तब से आपराधिक वारदात की बाढ़ आ गई है. गुंडे-माफिया प्रदेश सरकार में बैठे हुए हैं.
मायावती ने प्रतिद्वंद्वी दलों को घेरे में लेते हुए कहा कि जो भी राजनीतिक दल चुनाव घोषणापत्र जारी करते हैं उनमें से 50 प्रतिशत घोषणाओं पर अमल नहीं होता. यही वजह है कि बसपा घोषणापत्र जारी नहीं करती. वह कहने में नहीं बल्कि करने में विश्वास करती है.