केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने आज यहां स्वीकार किया कि मनमोहन सिंह एक एक्सीडेंटल प्रधानमंत्री थे और केंद्र में सत्ता के दो केंद्र थे.
संवाददाताओं ने जब प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार संजय बारु की पुस्तक में दिए गए संदर्भों के संबंध में प्रतिक्रिया मांगी तो सलमान खुर्शीद ने कहा कि वर्ष 2009 का लोकसभा चुनाव सोनिया गांधी के नेतृत्व में लड़ा गया था और सोनिया गांधी को ही प्रधानमंत्री होना था लेकिन उन्होंने स्वेच्छा से पद न स्वीकार करते हुए एक ऐसे शालीन, सभ्य और बुद्धिमान व्यक्तित्व को प्रधानमंत्री बनाने की इच्छा प्रकट की जिसकी देश और विदेशों में अच्छी छवि हो.
सलमान ने कहा इन मानदंडों में मनमोहन सिंह खरे उतरे और उन्हें प्रधानमंत्री बनाया गया. इन संदर्भों में उन्हें एक्सीडेंटल प्रधानमंत्री कहा गया है. सलमान खुर्शीद से जब केंद्र में दो सत्ता केंद्रों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने को कहा गया तो उन्होंने कहा कि मौलिक अर्थों में यह भी सत्य है क्योंकि पार्टी अध्यक्ष होने के नाते प्रधानमंत्री और उसके मंत्रिमंडल के सदस्य उनके अधीनस्थ माने जाते हैं.
प्रशासनिक कार्यों को निपटाने के लिए प्रधानमंत्री का और नीतिगत मूल्यों को प्रतिपादित करने का सोनिया गांधी का दायित्व बनता है. विदेश मंत्री ने बीजेपी नेता अमित शाह और सपा के आजम खान पर केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को सही और स्वागत योग्य करार दिया.
उन्होंने कहा कि इन नेताओं को अपनी वाणी पर संयम रखते हुए आयोग के फैसले का स्वागत करना चाहिए. प्रतिबंध को अभिव्यक्ति के संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन न बताते हुए उन्होंने कहा कि हर अधिकार की सीमाएं होती हैं जिनका पालन किया जाना चाहिए.