पिछले कई दिनों से मोदी समर्थक वाराणसी में तंबू डालकर बैठे हैं. इलाके में घूम-घूम कर लोगों को गुजरात विकास मॉडल का गुणगान कर रहे हैं. लेकिन अब यहां से उम्मीदवार अजय राय के नाम का ऐलान करते ही कांग्रेस भी चुनाव प्रचार में कूद गई हैं. कांग्रेस की रणनीति नरेंद्र मोदी को उनके ही अंदाज में घेरने की है. यानी युवा कार्यकर्ताओं के भरोसे.
कांग्रेस की छात्रसंघ इकाई एनएसयूआई गुजरात के ही कई छात्रसंघ के सदस्यों को वाराणसी में जमा करने जा रही है. प्लानिंग यह है कि गुजरात के ही छात्रों के मुंह से कांग्रेस लोगों तक यह संदेश देना चाहती है कि आखिर गुजरात मॉडल कितना कारगर है. इसके अलावा कांग्रेस ने 'बाहरी' और 'स्थानीय' का राग भी छेड़ दिया है. पार्टी वाराणसी के मतदाताओं को यह कह कर रिझाने की कोशिश में है कि अजय राय यहां के स्थानीय हैं और नरेंद्र मोदी बाहर के. इसलिये मोदी से ज्यादा राय उनकी समस्याओं को समझ सकते हैं और इलाके का विकास कर सकते हैं.
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष गौरव सिंह के मुताबिक गुजरात विश्वविद्यालय में संगठन के छात्रसंघ पदाधिकारियों यशवंत सिंह बाघेला, दीपक बारौर, योगेश कल्सरिया, गोविंद चौधरी, तपन सिंह गोहिल और दिव्य राज गडके के नेतृत्व में 40 सदस्यीय टीम 16 अप्रैल के पहले यहां पहुंच जाएगी. कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने बताया कि काशी आने वाली टीम विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के साथ ही इंटर कालेजों और छात्रावासों में भी नुक्कड़ नाटक और जनसंपर्क के जरिये मोदी के गुजरात विकास मॉडल का सच बताएगी.