इस बार का लोकसभा चुनाव वाकई दिलचस्प होता जा रहा है. कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन के भांजे पी एन श्रीरामचंद्रन ने बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी सीट से नामांकन किया है.
श्रीरामचंद्रन ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर वाराणसी सीट से पर्चा दाखिल किया है. इन्होंने नामांकन से पहले शहर के मशहूर काशी विश्वनाथ मंदिर में जाकर भगवान शिव से आशीर्वाद भी लिया. श्रीरामचंद्रन ने 'मेल टुडे' से बातचीत में कहा, 'मैं अपने मामा के सपने को पूरा कर रहा हूं, जो राजनीति में आना चाहते थे.'
वीरप्पन के भांजे ने हालांकि, माना कि बड़े नेताओं के खिलाफ चुनाव लड़ने का उनका मकसद लोगों का अपनी तरफ ध्यान खींचना है. उन्होंने कहा, 'बड़े नेता दो सीटों से लड़ते हैं क्योंकि वो खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं. मैं भी उन्हीं की तरह हूं.'
हालांकि, श्रीरामचंद्रन ही अकेले ऐसे प्रत्याशी नहीं हैं जो वाराणसी सीट पर लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं. ओसामा बिन लादेन के हमशक्ल और पटना के रहने वाले खालिद नूर भी वाराणसी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. वाराणसी सीट पर मोदी के खिलाफ 'आप' के अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के अजय राय, सपा के कैलाश चौरसिया और बसपा के प्रत्याशी विजय जायसवाल प्रमुख उम्मीदवार के तौर पर ताल ठोंक रहे हैं.
वैसे, श्रीरामचंद्रन को भरोसा है कि वाराणसी में तमिलनाडु के बहुत लोग रहते हैं, जो उसका समर्थन करेंगे. श्रीरामचंद्रन अमेठी से भी राहुल गांधी के खिलाफ नामांकन कर चुके हैं.