पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा ने बुधवार को कांग्रेस छोड़ दी और बताया कि वह कुछ मामलों को लेकर नाखुश थे. वह कुलदीप बिश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी) में शामिल हो सकते हैं.
फिलहाल अंबाला से विधायक शर्मा ने कांग्रेस छोड़ने की वजह बताते हुए कहा, कुछ मुद्दे हैं. जब उनसे जानने की कोशिश की गई कि ऐसे कौन से मामले हैं जिनके चलते उन्होंने कांग्रेस से 40 साल से अधिक पुराना नाता तोड़ दिया तो राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाने वाले शर्मा ने कहा कि उन्हें लगता है कि पार्टी के कामकाज के तरीके बहुत लोकतांत्रिक नहीं हैं. शर्मा ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है.
एचजेसी में शामिल होने की संभावना के सवाल पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि फिलहाल मैंने अपने भविष्य के कदम के बारे में कोई फैसला नहीं किया है. हालांकि एचजेसी के सूत्रों का कहना है कि वह पार्टी में शामिल हो सकते हैं और जल्दी ही दिल्ली में बिश्नोई के साथ संवाददाता सम्मेलन कर सकते हैं.
एचजेसी का बीजेपी के साथ गठबंधन है और गठजोड़ को शर्मा के आने से क्षेत्र में गैर-जाट वोटों को जुटाने में मदद मिल सकती है. इससे पहले गुड़गांव से कांग्रेस के सांसद राव इंद्रजीत सिंह भी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.