नौ चरणों वाले लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज उत्तर पूर्व के चार राज्यों अरुणाचल, नागालैंड, मणिपुर और मेघायल में मतदान जारी है. चुनाव आयोग ने मिजोरम की एक मात्र सीट के लिए मतदान की तारीख को टालते हुए 11 अप्रैल को वहां मतदान कराने का फैसला लिया है. राज्य में एनजीओ और छात्र संगठनों की ओर से तीन दिनों के बंद और मतदान बहिष्कार को देखते हुए आयोग ने यह फैसला लिया है. पहले यहां भी 9 अप्रैल को मतदान कराया जाना था.
अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा, विधानसभा चुनाव के लिए मतदान
अरुणाचल प्रदेश में दो लोकसभा सीटों और 60 विधानसभा सीटों में 49 सीटों के लिए मतदान साथ-साथ शांतिपूर्वक शुरू हो गया. राज्य के पश्चिमी और पूर्वी लोकसभा सीटों पर कांग्रेस, भाजपा, राकांपा और पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) तथा निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है. दोनों सीटें वर्ष 1975 से ही कांग्रेस का गढ़ रही हैं. लेकिन, वर्ष 2004 में पहली बार यहां से भाजपा जीती थी. पूर्वी लोकसभा सीट पर अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री निनोंग इरिंग (कांग्रेस) का मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी तरीर गाओ तथा पीपीए के वांगमन लोवांगचा से है.
पश्चिमी सीट पर कांग्रेस के वर्तमान सांसद ताकम संजय एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं. उनका मुकाबला भाजपा के किरन रिजिजू से है. हालांकि इस सीट पर 8 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं और मुकाबला बहुकोणीय है.
विधानसभा चुनावों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है लेकिन नयी पार्टी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के साथ साथ पीपीए और राकांपा के भी चुनाव मैदान में होने के कारण कई सीटों पर कड़ी टक्कर होने के आसार हैं. राज्य की कुल 60 विधानसभा सीटों में से 49 सीटों के लिए चुनाव मैदान में 5 महिलाओं सहित कुल 155 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं. शेष 11 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. इनमें मुख्यमंत्री नबाम तुकी भी शामिल हैं जो सागली विधानसभा सीट से निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं.
राज्य में 2,158 मतदान केंद्रों पर 3,77,272 महिलाओं सहित 7,53,170 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. मतदान के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 24 वर्तमान कंपनियों के अलावा 20 अतिरिक्त कंपनियां तथा 8,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. सभी अंतरराज्यीय प्रवेश द्वारों को आज शाम 5 बजे तक के लिए सील कर दिया गया है. राज्य की राजधानी में मंगलवार रात से मामूली बारिश हो रही है. राज्य सरकार ने आज अवकाश घोषित किया है ताकि मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें.
नागालैंड की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए मतदान शुरू
लोकसभा चुनावों के दूसरे चरण में आज नागालैंड की एकमात्र संसदीय सीट के लिए मतदान शुरू हो गया. इस चुनाव में मुख्यमंत्री नेफियू रियो अपना भाग्य आजमा रहे हैं. रियो नागा पीपुल्स फ्रंट पार्टी के उम्मीदवार हैं. वे कांग्रेस के उम्मीदवार के वी पूसा और सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के अखेउ अचूमी के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं. नागालैंड में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए पहली बार कुल 2,059 मतदान केंद्रों में से 84 मतदान केंद्रों पर चल रही चुनावी प्रक्रियाओं का वेब प्रसारण किया जाएगा. इन मतदान केंद्रों को नागालैंड के मुख्य निर्वाचन कार्यालय की वेबसाइट के जरिए सीधा (लाइव) देखा जा सकता है. नागालैंड में कुल 11,82,948 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इनमें 5,82,458 महिला मतदाता भी शामिल हैं.
राज्य में 12 ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां वाहनों नहीं जा सकते. इनमें से 11 मतदान केंद्र तुएनसांग जिले में हैं जबकि एक मोन जिले में है. कुल 1,475 मतदान केंद्रों को सामान्य घोषित किया गया है. 407 केंद्रों को संवेदनशील और 177 को अत्यधिक संवेदनशील बताया गया है. चुनाव शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न करवाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबलों की 33 कंपनियां तैनात की गई हैं. इनमें मिजोरम सशस्त्र पुलिस बल की 7, त्रिपुरा स्टेट रायफल्स की 10, सीआरपीएफ की 8 और बीएसएफ की 8 कंपनियां तैनात हैं. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नागालैंड सशस्त्र पुलिस बल, आईआर बटालियन और लगभग 2200 ग्रामीण सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति की गई है. इसके अलावा 5 कंपनियां केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की भी लगाई गई हैं.
मेघालय में भी शुरू हुई वोटिंग
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत मेघालय में दो सीटों के लिए मतदान आज शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हो गया. शिलांग और तूरा सीटों पर कांग्रेस, भाजपा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी, क्षेत्रीय दल यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के अलावा छोटी क्षेत्रीय पार्टियों द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं. दस में से आठ बार तूरा संसदीय सीट जीतने वाले संगमा का इस बार कांग्रेस उम्मीदवार डेरिल मोमिन से सीधा मुकाबला है.
शिलांग में कुल आठ उम्मीदवार मैदान में हैं. इसमें मौजूदा कांग्रेस सांसद विन्सेंट पाला, यूडीपी उम्मीदवार पूर्व छात्र नेता पॉल लिंग्दोह, भाजपा प्रत्याशी शिबुन लिंग्दोह और इसके अलावा चर्च नेता पी बी एम बासियावमोइत हैं जो निर्दलीय के तौर पर भाग्य आजमा रहे हैं. कांग्रेस ने शिलांग सीट पर 1977 और 2009 के बीच में सात पर जीत हासिल की है. राज्य में मतदाताओं की संख्य 15,53,028 है जिनमें से 7,83,270 महिला मतदाता हैं. महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से 13,512 अधिक है.
कुल 2,562 मतदान केंद्रों में से 343 को संवेदनशील घोषित किया गया है इसमें से 85 प्रतिशत केंद्र उग्रवाद प्रभावित गारो हिल्स क्षेत्र में है और इन्हें अति संवेदनशील घोषित किया गया है. बांग्लादेश के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा और असम के साथ लगी अंतर राज्यीय सीमा के करीब स्थित मतदान केंद्रों को भी संवेदनशील घोषित किया गया है. प्रतिबंधित एचएनएलसी की आज सुबह 5 बजे से 12 घंटे के बंद की घोषणा के मद्देनजर खासी जयंतिया हिल्स क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढा दी गयी है. 443 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्ला अंतरराष्ट्रीय सीमा को बीएसएफ ने बंद कर दिया है और यहां अतिरिक्त बलों की तैनाती की गयी है. राज्यपाल के के पॉल ने यहां स्थित एक मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का उपयोग किया.
मणिपुर में लोकसभा की एक सीट के लिए हो रही है वोटिंग
मणिपुर राज्य की दो संसदीय सीटों में से एक, बाहरी मणिपुर लोकसभा सीट (आउटर मणिपुर लोकसभा सीट) के लिए आज सुबह मतदान शुरू हो गया. इस संसदीय सीट से भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, नगा पीपुल्स फ्रंट, राकांपा, जद (यू) और आम आदमी पार्टी के अलावा तीन निर्दलीय सहित कुल 10 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. आज जिन प्रत्याशियों के भाग्य का निर्णय होगा उसमें कांग्रेस के सांसद थांगसो बैते, गंगमुमेई कमेई (भाजपा), सी डौंगेल (राकांपा), किम गंगते (तृणमूल कांग्रेस), सोसो लोरहो (नगा पीपुल्स फ्रंट), एल गंगते (जद यू) और एमके जोउ (आप) का नाम शामिल है. यहां पर कुल 9,11,699 मतदाता 511 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे जिनमें 4,63,068 महिला मतदाता शामिल हैं. राज्य की दूसरी लोकसभा सीट इनर मणिपुर सीट :घाटी जिले: है जिसके लिए 17 अप्रैल को मतदान होगा.